दिल्ली: डीटीसी, क्लस्टर बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शुरू
दिल्ली में आज से डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. जो महिलाएं टिकट खरीदकर सफर करना चाहती हैं उनके लिए 10 रुपये की कीमत के गुलाबी टिकट जारी किए जाएंगे. यह योजना स्वैच्छिक है और महिला यात्री चाहे तो इसे लेने से इनकार कर सकती हैं.
सरकार ऐसी टिकट जारी करने की संख्या के आधार पर ट्रांसपोर्टर को भुगतान करेगी. योजना को लागू करने पर लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत आएगी. दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल ने पिछले महीने निशुल्क यात्रा योजना को अपनी मंजूरी दे दी थी.
महिलाओं की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के प्रति वचनबद्ध है और इसके तहत 29 अक्टूबर तक दिल्ली की बसों में मार्शलों की संख्या बढ़ाकर तकरीबन 13 हजार कर दी जाएगी.
केजरीवाल ने त्यागराज स्टेडियम में नवनियुक्त मार्शलों के एक एक कार्यक्रम में कहा, ”आज मैं आप सभी को यह सुनिश्चत करने की जिम्मेदारी सौंपना चाहता हूं कि हर सरकारी बस में महिलाएं सुरक्षित महसूस करें और पूरे आत्मविश्वास के साथ यात्रा कर सकें.”
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली की बसों में मार्शलों की मौजूदा संख्या 3400 है.
उन्होंने कहा, ”कल भाईदूज के पावन पर्व पर बसों में मार्शलों की संख्या बढ़ाकर लगभग 13 हजार कर दी जाएगी. हम शहर में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे लगता है कि बसों में मार्शलों की संख्या में ऐसी बढ़ोत्तरी दुनिया के किसी भी शहर में नहीं की गई होगी.”
यह घोषणा दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले की गई है.
केजरीवाल ने कहा, ” दिल्ली के दो करोड़ लोग परिवार की तरह हैं और मुख्यमंत्री होने के नाते मैं उस परिवार के बड़े बेटे जैसा हूं. मुझे परिवार के हर सदस्य का ख्याल जरूर रखना होगा. मुझे परिवार के हर सदस्य का ख्याल रखना है. यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति को 24 घंटों 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली की सुविधा मिले, बुजुर्ग लोग तीर्थ यात्रा पर जाएं और उन्हें एक आरामदायक जीवन के लिए हर तरह की सुविधा मिले.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि महिलाएं इस शहर में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं.
उन्होंने कहा, ”इसलिए इस परिवार का बड़ा बेटा होने के नाते सभी महिलाओं को सुरक्षित माहौल मुहैया कराना मेरा कर्तव्य है. अब यह आपकी (मार्शल) जिम्मेदारी है कि बस में यात्रा कर रही आप अपनी मांओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें ताकि वह बस में भी अपने घर जैसी सुरक्षा महसूस करें.”
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मार्शल अपना कर्तव्य ईमानदारी और मजबूत इरादे के साथ पूरा करेंगे.
वहीं दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मार्शलों से कहा कि उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है और वह चाहते हैं कि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मार्शल परियोजना बने.