पीएमसी बैंक घोटाला: जनहित याचिका पर हाईकोर्ट का केंद्र, आरबीआई को नोटिस


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दिल्ली हाईकोर्ट ने पीएमसी बैंक घोटाला मामले में नकद निकासी पर लगी पाबंदी हटाने की मांग वाली जनहित याचिका पर केन्द्र, दिल्ली सरकार और आरबीआई को नोटिस जारी कर इस पर रुख साफ करने को कहा है.

चीफ जस्टिस डीएन पटेल और जस्टिस सी हरि शंकर की बेंच ने वित्त मंत्रालय, दिल्ली सरकार, आरबीआई और पीएमएसी बैंक को नोटिस जारी कर याचिका पर 22 जनवरी, 2020 से पहले रुख स्पष्ट करने को कहा.

याचिका में पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव  (पीएमसी) बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 15 लाख से अधिक की सुरक्षा और 100% बीमा सुरक्षा के निर्देश की मांग की गई है. इस मामले में अगली सुनवाई 22 जनवरी, 2020 को होगी.

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव  (पीएमसी) बैंक के ग्राहकों को अपनी मेहनत की कमाई डूबने का डर सताने लगा है. कथित तौर पर इस सदमे में 24 घंटे के अंदर दो ग्राहकों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, जबकि एक ने आत्महत्या कर ली. दिल के दौरे का शिकार हुए संजय गुलाटी (51) के परिवार के 90 लाख रुपये बैंक में जमा थे, जबकि खुदकुशी करने वाली निवेदिता बिजलानी (39) पेशे से डॉक्टर थीं.

एक अन्य व्यक्ति फत्तोमल पंजाबी की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई. ओशिवारा निवासी संजय गुलाटी ने सोमवार को 80 साल के पिता सीएल गुलाटी के साथ कोर्ट के बाहर हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. सीएल गुलाटी ने बताया कि, भारी तनाव में चल रहे संजय रात डिनर के बाद दिल का दौरा पड़ा और मौत हो गई. हलांकि सोमवार को ही आरबीआई ने पैसा निकालने की सीमा बढ़ाकर 40 हजार रुपये की थी.

बता दें पीएमसी बैंक के खाताधारक आंदोलन कर रहे हैं और अपना पैसा निकालने की मांग कर रहे हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक से पैसा निकालने की सीमा तय की हुई है. बुधवार को खाताधारकों ने अल्टीमेटम के बाद आजाद मैदान में बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया.

मंगलवार को बांद्रा के करीब 200 खाताधारक बांद्रा-कुर्ला परिसर में आरबीआई के कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और कहा कि वे चाहते हैं कि पीएमसी बैंक के उनके खाते का परिचालन बहाल किया जाए.

इसके बाद जमाकर्ताओं के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आरबीआई अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी शिकायतें और मांगे उनके सामने रखीं.


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