भारत ने वेस्ट इंडीज को आखिरी टी-20 में हराकर सीरीज जीती
दीपक चाहर के कातिलाना स्पैल के बाद कप्तान विराट कोहली और ऋषभ पंत की आकर्षक अर्धशतकीय पारियों से भारत ने तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज को सात विकेट से शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया.
भारत के सामने 147 रन का लक्ष्य था. कोहली ने 45 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 59 रन बनाये जबकि पंत ने 42 गेंदों पर नाबाद 62 रन की पारी खेली जो उनका इस प्रारूप में सर्वोच्च स्कोर भी है. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और चार छक्के लगाये. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने 19.1 ओवर में तीन विकेट पर 150 रन बनाकर जीत दर्ज की.
भारत ने वेस्टइंडीज को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. कीरोन पोलार्ड ने 45 गेंदों पर एक चौके और छह छक्कों की मदद से 58 रन बनाये जबकि रॉवमैन पावेल ने आखिरी क्षणों में 20 गेंदों पर 32 रन की पारी खेली जिससे वेस्टइंडीज दीपक चाहर (तीन ओवर में चार रन देकर तीन विकेट) से मिली शुरुआती झटकों से उबरकर छह विकेट पर 146 रन बनाने में सफल रहा.
भारत ने अमेरिका के लॉडरहिल में खेले गये पहले दो मैचों में जीत दर्ज करके पहले ही श्रृंखला में अजेय बढ़त हासिल कर ली थी. अब इन दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और फिर दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी. दोनों टेस्ट विश्व चैंपियनशिप का हिस्सा होंगे.
भारत की भी शुरुआत खराब रही. शिखर धवन (तीन) लगातार तीसरे मैच में नहीं चल पाये जबकि रोहित शर्मा को विश्राम देने के कारण टीम में आये केएल राहुल (18 गेंदों पर 20) अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये. जिससे स्कोर दो विकेट पर 27 रन हो गया.
कोहली और पंत ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली. इन दोनों ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखायी और सहजता से रन बटोरे. दोनों ने अर्धशतकीय साझेदारी पूरी करने तक दो . दो चौके लगाये थे. इसके बाद पंत ने लांग ऑफ पर अपनी पारी का पहला छक्का लगाया और इसी गेंदबाज के अगले ओवर में फिर से गेंद छह रन के लिये भेजी.
इस बीच कोहली ने पॉल पर चौका लगाकर 15वें ओवर में भारतीय स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. उन्होंने सुनील नारायण पर चौका जड़कर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना 21वां अर्धशतक पूरा किया. इसके कुछ देर बाद पंत ने शेल्डन कॉटरेल की गेंद चार रन के लिये भेजकर अपने टी20 करियर का दूसरा पचासा पूरा किया.
कोहली ने आखिर में थामस की गेंद पर प्वाइंट पर कैच दिया जिससे इस साझेदारी का अंत हुआ. पंत ने हालांकि इसी ओवर में बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर छक्का लगाकर हिसाब बराबर किया और फिर कार्लोस ब्रेथवेट पर विजयी छक्का लगाया. भारत ने चौथी बार तीन मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया.
इससे पहले बारिश और आउटफील्ड गीली होने के कारण मैच लगभग सवा घंटा देरी से शुरू हुआ. दीपक चाहर ने शुरू में ही तीन विकेट निकालकर कोहली के पहले क्षेत्ररक्षण के फैसले को भी सही साबित किया. उन्होंने बेहतरीन लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की और परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया.
इस तेज गेंदबाज ने सुनील नारायण (दो) को हवा में कैच देने के लिये मजबूर किया और फिर इविन लुईस (10) और शिमरोन हेटमायर (एक) को पगबाधा आउट करके वेस्टइंडीज का स्कोर तीन विकेट पर 14 रन कर दिया. इसके बाद पोलार्ड ने निकोलस पूरण (23 गेंदों पर 17) के साथ चौथे विकेट के लिये 66 रन जोड़े.
पोलार्ड ने खुद पर दबाव नहीं बनने दिया. उन्होंने नवदीप सैनी (34 रन देकर दो) पर लांग आफ पर छक्के से खाता खोला और फिर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे लेग स्पिनर राहुल चार (27 रन देकर एक) का स्वागत दो छक्कों से किया. आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर पर लांग आन पर लगाये गये उनके चौथे छक्के से वेस्टइंडीज दसवें ओवर में 50 रन के पार पहुंचा.
सैनी ने पूरण को लंबी पारी नहीं खेलने दिया लेकिन पोलार्ड अपने पूरे रंग में थे. उन्होंने क्रुणाल पंड्या पर लांग आन पर छक्का लगाकर 40 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. पोलार्ड ने बायें हाथ के इस स्पिनर के इस ओवर में आगे बढ़कर गगनदायी छक्का भी लगाया.
सैनी ने पोलार्ड का मिडिल स्टंप उखाड़ा. यह आक्रामक बल्लेबाज गेंद की गति का सही अनुमान नहीं लगा पाया था. राहुल चाहर ने कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट (10) को आउट करके अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला विकेट लिया. फैबियन एलेन आठ रन बनाकर नाबाद रहे.