ईरान को कोई धमका नहीं सकता: हसन रूहानी
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने उलेमा (धर्मगुरु) के साथ 13 मई की देर रात मुलाकात में कहा कि इस्लामी गणराज्य ‘इतना महान है कि इसको कोई धमका नहीं सकता है.’
सरकारी वेबसाइट ‘दौलत डॉट आईआर’ के मुताबिक, रूहानी ने कहा, ‘‘ इंशा अल्लाह (ईश्वर की इच्छा से) हम इस कठिन दौर को गौरव के साथ निकाल देंगे और हमारे सिर ऊंचे रहेंगे और दुश्मन को शिकस्त देंगे.’’
राष्ट्रपति ने रमज़ान के पवित्र महीने के मौके पर सुन्नी उलेमा से देर रात मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने उक्त टिप्पणी की.
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तटीय क्षेत्र में 12 मई को सऊदी अरब के दो तेल टैंकरों समेत चार पोतों पर कथित हमले के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है.
ईरान ने घटना को ‘चिंताजनक’ बताते हुए इसकी जांच की मांग की है.
गौरतलब है कि वैश्विक शक्तियों के साथ 2015 में ऐतिहासिक परमाणु समझौते में निर्धारित वादों से तेहरान के पीछे हटने से अमेरिका और ईरान के बीच हाल के हफ्तों में वाक युद्ध छिड़ गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल इस समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था और ईरान पर फिर से एकतरफा प्रतिबंध लगा दिए थे.
पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य मौजूदगी तेजी से बढ़ने के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि वह कोई हिमाकत करता है तो उसे इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा. हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है लेकिन तेहरान पर दबाव बनाए रखने का संकल्प लिया।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में अपने ओवल कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम देखेंगे कि ईरान के साथ क्या होता है. यदि वे कुछ करते हैं, तो यह उनकी भारी भूल होगी.’’
उन्होंने ईरान के खिलाफ अमेरिकी सैन्य निर्माण के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही.
ट्रम्प ने कहा, ‘‘मैं ईरान के बारे में कहानियां सुन रहा हूं. यदि वे कुछ करते हैं, तो उन्हें बहुत नुकसान होगा. हम देखेंगे कि ईरान के साथ क्या होता है.’’
अमेरिका के विदेश मंत्री 13 मई को मॉस्को की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द करके ब्रसेल्स गए थे. वह ईरान के संबंध में ताजा गतिविधियों के बारे में नाटो सहयोगियों को जानकारी देने के लिए ब्रसेल्स गए.