वीसी जामिया: पुलिस बिना अनुमति के विश्वविद्यालय में दाखिल हुई, मामले की उच्चस्तरीय जांच हो
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने सोमवार को कहा कि परिसर में पुलिस की मौजूदगी को विश्वविद्यालय बर्दाश्त नहीं करेगा.
उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों पर हुई कार्रवाई की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
उन्होंने कहा, ‘विश्वविद्यालय के परिसर से पत्थरबाजी नहीं हुई.’ कल पुलिस की ओर से दावा किया गया था कि छात्रों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने के बाद वे परिसर में घुसे.
अख्तर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”पुलिस बिना अनुमति के परिसर में दाखिल हुई थी. हम परिसर में पुलिस की मौजूदगी को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने अपनी बर्बरता से छात्र-छात्राओं को डराया. विश्वविद्यालय की संपत्ति को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है.”
उन्होंने कहा कि पुलिस की वजह से छात्र-छात्राओं को मानसिक रूप से जो प्रताड़ना झेलनी पड़ी वो निंदनीय है.
उन्होंने कहा, ” संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और छात्र-छात्राओं पर पुलिस की कार्रवाई के संबंध में हम प्राथमिकी दर्ज कराएंगे. हम उच्च स्तरीय जांच चाहते हैं. मैं मानव संसाधन मंत्री के सामने सभी सबूत रखूंगी.’
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए और इसकी छवि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए.