झारखंड विधानसभा चुनाव: अंतिम चरण में 71.69 प्रतिशत मतदान
झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण में झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को कुल 71.69 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया.
शाम पांच बजे मतदान का समय समाप्त होने तक विधानसभा की 16 सीटों के लिए अतिम चरण में कुल 71.69 प्रतिशत मतदान हुआ. अंतिम चरण में 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 40,05,287 मतदाताओं ने शाम पांच बजे तक ईवीएम मशीनों में बंद कर दिए.
इन 16 सीटों में से सात सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं और वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में इन 16 सीटों में से छह झामुमो ने और पांच बीजेपी ने जीती थीं.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि अंतिम एवं पांचवें चरण के लिए शाम पांच बजे तक शांतिपूर्ण ढंग से कुल 71.69 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया है. पांचवें दौर में नाला विधान सभा सीट के लिए सबसे ज्यादा 78.01 प्रतिशत मतदान हुआ.
विधानसभा के पांचवे और अंतिम चरण में जिन 16 सीटों के लिए आज मतदान संपन्न हुआ उनमें राजमहल में 71.19, बोरियो में 71.58, बरहेट में 70.07, लिट्टीपाड़ा में 70.01, पाकुड़ में 76.1, महेशपुर में 74.81, शिकारीपाड़ा में 73.25, नाला में 78.01, जामताड़ा में 74.77, दुमका में 64.39, जामा में 69.50, जरमुंडी में 71.78, सारठ में 75.97 पोड़ैयाहाट में 69.61, गोड्डा में 68.54 और महगामा में 67.23 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और कहीं से अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई.
संवाददाता सम्मेलन में राज्य के पुलिस नोडल अधिकारी अपर पुलिस महानिदेशक मुरारीलाल मीणा ने बताया कि चुनावों के दौरान पांचों चरणों में कुल दो लाख, 27 हजार से अधिक सुरक्षा जवानों की तैनाती की गई.
बड़ी बात यह है कि पूरे चुनाव में मतदान के दिनों में पांचों चरणों में किसी प्रकार की नक्सली हिंसा नहीं हुई.
झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ और तड़के ही बड़ी संख्या में मतदाता मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए पहुंच गए और पिछले चार चरणों की तुलना में अंतिम चरण में सर्वाधिक मतदान हुआ.
निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सभी सीटों के लिए स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए सारी तैयारियां की गई थीं और सभी स्थानों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न हुई.
उन्होंने बताया कि इन सभी सीटों के लिए कुल 5389 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिनमें शहरी क्षेत्र में 269 और ग्रामीण क्षेत्र में 5120 मतदान केंद्र अवस्थित थे. ये सभी मतदान केंद्र 4096 मतदान केंद्र भवनों में स्थित थे. इन मतदान केंद्रों में कुल 40,05,287 मतदाताओं में से 71.69 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का उपयोग किया.
मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ और दोपहर तीन बजे तक नक्सलवाद पीड़ित बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा समेत पांच विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया. जबकि अन्य 11 सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान हुआ. कुल 28 मतदान केन्द्रों के कर्मियों को हेलीकाप्टरों से उनके तैनाती के मतदान केन्द्रों तक पहुंचाया गया था.
कुल 84 दूरदराज के इलाकों में सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की गई थी. उन्होंने बताया कि पांचवे चरण में जिन 16 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए वह छह जिलों में स्थित हैं.