झारखंड: मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज की पत्नी ने सीबीआई जांच की मांग की
झारखंड में मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि उन्हें जिला पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है.
तबरेज की पत्नी ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-302 के तहत मामला बहाल करने की मांग की. वह मुकदमे में नामजद 11 आरोपियों पर से धारा-302 (हत्या) हटाने और धारा-304 (हत्या की श्रेणी में नहीं आने वाले गैर इरादतन मानव वध) के तहत मुकदमा दर्ज करने पर प्रतिक्रिया दे रही थीं.
24 वर्षीय अंसारी की कथित चोरी के आरोप में 17 जून को सरायकेला के धत्कीडीह गांव में खंबे से बांधकर रॉड से पिटाई की गई थी और जय श्रीराम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया था. इसका वीडियो टीवी चैनलों पर प्रासरित हुआ था. अंसारी की 22 जून को मौत हो गई थी.
19 वर्षीय परवीन ने कहा, “मैं अपने पति की भीड़ द्वारा पीटकर की गई हत्या के मामले की सीबीआई जांच की मांग करती हूं क्योंकि मुझे जिला पुलिस की जांच में भरोसा नहीं है.”
उन्होंने सवाल किया कि पुलिस भीड़ की पिटाई से घायल उनके पति को जेल भेजने के बजाय क्यों नहीं अस्पताल ले गई.
जिला पुलिस की ओर से हत्या की धारा हटाकर गैर इरादतन हत्या का मामला चलाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए परवीन ने कहा, “मुझे मुख्य आरोपी की मौत की सजा और अन्य को उम्रकैद से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.”
उल्लेखनीय है मामले में 13 लोगों को नामजद किया गया है. पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है जबकि बाकी दो के खिलाफ जांच जारी है.
सीबीआई जांच की मांग लिखित में करने के सवाल पर परवीन ने कहा कि वह इस मामले को मीडिया के समक्ष उठा रही हैं और संबंधित प्राधिकार से लिखित में मांग करने पर विचार करेंगी. उन्होंने दावा किया कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया गया.
इस बीच सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक एस कार्तिक ने पुलिस के फैसले का बचाव करते हुए कहा, “तबरेज भीड़ हिंसा मामले की जांच पूरी सतर्कता से की गई और यह पारदर्शी, चिकित्सा और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर आधारित है.”
वहीं तबरेज का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल में शामिल डॉ वी मर्दी ने गुरुवार को कहा कि डॉक्टरों के बोर्ड ने परीक्षण कर रिपोर्ट सौंपी. जब उनसे पूछा गया कि तबरेज की मौत की वजह क्या है तो उन्होंने कहा, ‘तनाव’. चोट और घबराहट की वजह भी हो सकती है.