सपा बसपा गठबंधन खत्म, मायावती ने सभी चुनाव अकेले लड़ने का किया एलान


mayawati breaks up with sp announces to fight all election alone

 

बसपा प्रमुख मायावती ने भविष्य में सपा के साथ चुनाव लड़ने की सभी संभवनाओं को खत्म कर दिया है. मायावती ने सपा के साथ गठबंधन खत्म करते हुए घोषणा की है कि बसपा आने वाले सभी चुनाव अकेले लड़ेगी.

इस लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की दोनों विपक्षी पार्टियां अपने सालों पुराने मतभेद भुलाकर साथ आई थीं. बीजेपी के खिलाफ हुए गठबंधन में सपा-बसपा-एलजेपी शामिल थीं. लेकिन गठबंधन राज्य में बीजेपी को रोकने में असफल रहा. चुनाव में बीजेपी उत्तर प्रदेश की 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही.

आज ट्विटर के जरिए उन्होंने सपा के साथ गठबंधन के फैसला का बचाव करते हुए लिखा,”वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया.”

उन्होंने अगले ट्वीट में कहा,”परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बसपा को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है. ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी.”

मायावती की ओर से ये घोषणा कल लखनऊ में ढाई घंटे तक चली बसपा की ऑल इण्डिया बैठक के बाद की गई है. लोकसभा चुनावों में बसपा 10 सीटों पर ही जीत दर्ज करने में कामयाब हुई. जबकि सपा केवल पांच सीटें ही अपने नाम कर सकी.

इससे पहले चार जून को मायावती ने आपसी गठबंधन को ‘होल्ड’ पर रखते हुए 11 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव अपने दम पर लड़ने का निर्णय लिया था. तब मायावती ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन की हार जिम्मेदारी सपा के कंधों पर डाल दी थी.


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