विपक्षी पार्टियों ने ममता बनर्जी का किया समर्थन


Opposition supports mamata banerjee against center

 

कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना समर्थन दिया. वह चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से सीबीआई की पूछताछ के प्रयास के खिलाफ धरने पर बैठी हैं.

विपक्ष ने सीबीआई को ‘बीजेपी का गठबंधन सहयोगी’ बताया.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बनर्जी से फोन पर बात की और उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट है और यह फासीवादी ताकतों को हराएगा.

राहुल ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल का घटनाक्रम भारत की संस्थाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं बीजेपी के निरंतर हमलों का हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर ममता के साथ है.

कांग्रेस ने कहा कि कोलकाता में सीबीआई की कार्रवाई स्पष्ट तौर पर शक्ति का गलत इस्तेमाल करने और संघीय राजनीति पर ‘हमला’ करने जैसा है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह द्वारा सार्वजनिक तौर पर दी गई ‘धमकी’ के 48 घंटे के भीतर आया है.

पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि बनर्जी को लेकर नरेंद्र मोदी और शाह की दुर्भावना काफी जहरीली है. बीजेपी और नरेंद्र मोदी राज्य में विवाद पैदा करने के लिए बेचैन हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘ ममता दीदी से बात की और अपनी एकजुटता जाहिर की. मोदी-शाह दोनों की कार्रवाई पूरी तरह से अजीब और अलोकतांत्रिक है.

राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद भी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो के समर्थन में आए हैं.

लालू ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश में संविधान और संवैधानिक संस्थाएं ‘अप्रत्याशित संकट’ का सामना कर रही हैं. उन्होंने कहा कि देश में गृह युद्ध पैदा करने की कोशिश की जा रही है.

लालू अभी जेल में हैं और उनका ट्विटर हैंडल कोई करीबी चलाता है.

राजद के सूत्रों के मुताबिक राजद सुप्रीमो प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बनर्जी से फोन पर बातचीत की और वह अपनी एकजुटता प्रकट करने के लिए सोमवार को कोलकाता जा सकते हैं.

वहीं तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘ बीजेपी के दबाव में सीबीआई द्वारा पिछले कुछ महीने में लिए गए राजनीतिक फैसलों को देखते हुए राज्य सरकारें इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर है. अगर सीबीआई बीजेपी की गठबंधन सहयोगी की तरह काम करना जारी रखेगी तो उसे लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है. कोई भी लोकतंत्र में जनता से ऊपर नहीं है.”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को अपना समर्थन देते हुए एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘‘ यह स्तब्ध कर देने वाला है कि पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार इस हद तक जा सकती है. यह संघीय ढांचे पर हमला है.”

नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बनर्जी का समर्थन करते हुए कहा कि राजनीतिक हथकंडे के तौर पर एजेंसी का इस्तेमाल करना सभी हदों को पार करना है.

कोलकाता में धरना स्थल पर ममता ने कहा कि कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने उन्हें फोन करके ‘‘संविधान की रक्षा’’ की उनकी लड़ाई में अपना समर्थन और अपनी एकजुटता व्यक्त की है.

ममता ने कहा, ‘‘अखिलेश यादव (सपा), तेजस्वी यादव (राजद), चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी), उमर अब्दुल्ला (एनसी), अहमद पटेल (कांग्रेस) एवं एम के स्टालिन (डीएमके) ने मुझे फोन करके अपनी एकजुटता एवं अपना समर्थन व्यक्त किया.’’

केंद्र और ममता बनर्जी नीत पश्चिम बंगाल सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा होने के बाद सीबीआई सोमवार को इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी.


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