73वां स्वतंत्रता दिवस: लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन


pm highlighted the importance of greater discussion and awareness on population explosion

  ANI

73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से छठी बार देश को संबोधित किया. सत्ता में वापसी के बाद प्रधानमंत्री का ये पहला भाषण था.

आज प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में सरकार की पिछली उपलब्धियों समेत अगले पांच साल के एजेंडे को देशवासियों के सामने रखा. उन्होंने जल जीवन मिशन, ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’, प्लास्टिक पर पूरी तरह बैन लगाने जैसे कई अहम घोषणाएं कीं.

भाषण की शुरुआत में उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की बधाई दी. उन्होंने आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी समेत सभी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को भी याद किया. इसके साथ ही उन्होंने देश के विभिन्न इलाकों में बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

अपने भाषण में उन्होंने हाल ही में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने और जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन पर बात की. उन्होंने कहा, “नई सरकार ने 70 दिन के भीतर अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया.”

उन्होंने अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि “नई सरकार ने बहुत कम समय में अनुच्छेद 370, 35ए, तीन तलाक बिल, यूएपीए बिल, किसान सम्मान निधि, पेंशन योजना पर कई अहम फैसले लिए.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “सभी राजनीतिक दलों में कोई ना कोई ऐसा व्यक्ति है, जो अनुच्छेद 370 के खिलाफ या तो प्रखर रूप से या फिर मुखर रूप से बोला है. लेकिन जो लोग इसकी वकालत कर रहे हैं उनसे देश पूछ रहा है कि ये इतना जरूरी था, तो 70 साल में आपने इन्हें क्यों अस्थाई बना रखा था. आगे आते और स्थाई बना देते, लेकिन आपमें इसकी हिम्मत नहीं थी.”

पीएम मोदी ने कहा कि इसके कारण राज्य में दलितों, गुर्जर समेत अन्य लोगों को अधिकार नहीं मिल पा रहे थे जो अब उन्हें मिलने वाले हैं.

उन्होंने कहा कि “आज हर कोई गर्व से कह सकता है कि एक देश, एक संविधान. हम सरदार पटेल के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विचार को आगे ले जा रहे हैं.”

लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि “हम सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर चले थे, लेकिन पांच साल में ये सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास हो गया जो देश की वजह से हुआ है. अब हम संकल्प से सिद्धी की ओर बढ़ रहे हैं. पीएम ने कहा कि देश आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.”

प्रधानमंत्री ने तीन तलाक बिल के बाद मुस्लिम महिलाओं को मिली राहत पर कहा कि “तीन तलाक को इस्लामिक देशों ने ही खत्म कर दिया था, तो हमने क्यों नहीं किया. अगर देश में दहेज, भ्रूण हत्या के खिलाफ कानून बना सकते हैं तो तीन तलाक के खिलाफ क्यों नहीं.”

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जल संचयन पर विशेष जोर दिया. उन्होंने मांग की कि जल संचयन का अभियान प्रत्येक देशवासी का अभिनयान बनाना चाहिए.

उन्होंने कहा, “अब हम अपने कदम हर घर जल पहुंचाने की ओर बढ़ा रहे हैं. हम जल संकट को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन का एलान करते हैं. इसके लिए अलग से जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है और साथ ही साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के बजट भी रखा गया है. इसके तहत जल संचय, समुद्री पानी का इस्तेमाल, वेस्ट वाटर का इस्तेमाल, कम पानी में खेती के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाएगी.”

प्रधानमंत्री ने जनसंख्या विस्फोट पर कहा, “छोटा परिवार रखना देश के प्रति आपके कर्तव्य की पूर्ति करता है. ये देशभक्ति है. घर में किसी भी बच्चे के आने से पहले सोचें कि क्या हम उसके लिए तैयार हैं, उसकी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम तैयार हैं.”

उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि जो लोग सीमित परिवार के फायदे लोगों तक पहुंचा रहे हैं उन्हें सम्मानित करने की जरूरत है.

प्रधानमंत्री ने गरीबी उन्मूलन की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सफलता का भी जिक्र किया.

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद पर भी प्रहार किया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बीमारी को जल्द से जल्द खत्म करने की जरूरत है, जो व्यवस्था में बदलाव से ही संभव है.

“हमारी सरकार ने रोजाना एक कानून को खत्म किया है, ताकि लोगों पर से बोझ कम हो सके. इस सरकार के 10 हफ्तों में 60 कानूनों को खत्म किया है.”

प्रधानमंत्री ने भाषण में वन नेशन, वन इलेक्शन पर जोर दिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश की सोच बदल रही है, पहले जो व्यक्ति बस अड्डे की मांग करता था आज वह पूछता है कि साहब, हवाई अड्डा कब आएगा. पहले गांव में पक्की सड़क की मांग होती थी और आज लोग पूछते हैं कि सड़क फोर लेन बनेगी या 6 लेन. उन्होंने कहा कि “देश का मिजाज बदल रहा है.”

आगे उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा. “आतंकवाद को एक्सपोर्ट करने वालों को बेनकाब करने का वक्त आ गया है. कुछ लोगों ने भारत के साथ-साथ श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी आतंकवाद फैला रखा है.”

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बड़ा एलान करते हुए कहा कि तीनों सेनाओं का सेनापति होगा ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’.  उन्होंने कहा, जल, थल और वायु सेना में समन्वय बनाने के उद्देश्य से ये कदम उठाया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा तीनों सेनाओं का साथ चलना जरूरी है.

अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने, पर्यटन को बढ़ावा देने और डिजिटल पेमेंट के इस्तेमाल को लेकर अपील की.

उन्होंने कहा, अपने पहले कार्यकाल में हमने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी और मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि 2 अक्टूबर से हम लोग प्लास्टिक नहीं इस्तेमाल करने की दिशा में आगे बढ़ेगे. इसके लिए जरूरी है कि हम प्लास्टिक की जगह थैले का इस्तेमाल करें.

उन्होंने एक नारा दिया ‘लकी कल के लिए लोकल’. साथ ही उन्होंने डिजिटल पेमेंट को हां और नकद को ना करने की अपील की.

प्रधानमंत्री ने इस दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि “आप दुनिया घूमने जाते हैं लेकिन अब तय करें कि 2022 से पहले अपने देश की 15 टूरिस्ट जगहों पर जाएंगे. आप जब अपने देश में घूमेंगे तो दुनिया को खूबसूरती बता पाएंगे.” साथ ही साथ उन्होंने किसानों से भी केमिकल फर्टिलाइज़र को कम करने की अपील की.


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