प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में चंद्रयान-2, जल संरक्षण सहित कई मुद्दों पर रखे विचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण को लेकर अपने विचार रखे और विभिन्न राज्यों द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदमों का जिक्र किया.
प्रधानमंत्री ने मेघालय का उदाहरण देते हुए कहा कि ये खूबसूरत पहाड़ी राज्य देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसकी अपनी जल नीति है.
इस दौरान मोदी ने हरियाणा सरकार की कोशिशों का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा दे रही है.
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि इस बार त्योहारों के दौरान जल संरक्षण का संदेश दिया जाए.
उन्होंने देशवासियों से कहा कि भारत की अंतरिक्ष में हासिल की गई उपलब्धियों पर उनको गर्व होगा. मोदी ने चंद्रयान-2 की सफलता के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया.
उन्होंने इसे पूरी तरह स्वदेशी मिशन बताया और कहा कि ये दिल और आत्मा दोनों से विशुद्ध भारतीय था.प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें सितंबर का इंतजार है जब इसका लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर उतरेंगे.
प्रधानमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की बात करते हुए कहा कि देश के कई हिस्सों में जोरदार बाढ़ के चलते लोग परेशान हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैं प्रभावितों को आश्वासन देता हूं कि हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर उन्हें द्रुत गति से राहत पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कश्मीर पर बोलते हुए कहा कि घाटी के लोग ‘बैक टू विलेज’ कार्यक्रम में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये इस बात का संकेत है कि जम्मू कश्मीर के हमारे भाई बहन अच्छा प्रशासन चाहते हैं.