शत्रुघ्न सिन्हा पर बीजेपी ले सकती है बड़ा फैसला
कोलकाता में संयुक्त विपक्षी एकता रैली में 20 से ज्यादा राजनीतिक पार्टियां नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हुई. लोकसभा चुनावों से ठीक पहले विपक्षी पार्टियों के इस शक्ति प्रदर्शन ने जहां एनडीए सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, वहीं पार्टी के भीतर से ही कई वरिष्ठ नेता सरकार की नीतियों के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं.
बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी के ऐसे ही एक नेता हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना से सांसद सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा कोलकाता में आयोजित रैली में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने मोदी और केंद्र की भाजपा नीत सरकार के खिलाफ बोला.
जिसके बाद अब बीजेपी की ओर से संकेत मिले हैं कि वो सिन्हा के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठा सकती है. पार्टी ने सिन्हा को ‘‘अवसरवादी’’ बताया और कहा कि जल्द ही उन पर संज्ञान लिया जाएगा.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में सिन्हा को ‘‘अवसरवादी’’ बताया और कहा कि सांसद के नाते सभी सुविधाओं के लिए वह पार्टी में भी हैं और साथ ही विभिन्न मंचों पर अलग-अलग राय भी व्यक्त कर रहे हैं.
रूडी ने कहा, ‘‘सिन्हा अलग-अलग मंचों पर पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं. ये जरूरी है कि बीजेपी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे और पार्टी इसका संज्ञान लेगी.’’
उन्होंने सिन्हा पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग ‘‘अलग-अलग तरीके से बुद्धिमान’’ होते हैं . वे पार्टी व्हिप का भी पालन करते हैं ताकि उनकी सदस्यता खत्म नहीं हो.
रूडी ने कहा, ‘‘इसके साथ ही वे इतने अवसरवादी होते हैं कि…और किसी भी सम्मेलन में हिस्सा ले सकते हैं. भाजपा इसका संज्ञान लेगी.’’