टेरेसा मे ने खुफिया सूचना लीक करने के आरोप में रक्षा मंत्री को बर्खास्त किया
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने रक्षा मंत्री गैविन विलियम्सन को बर्खास्त कर दिया है. खबरों के मुताबिक उनकी बर्खास्तगी आंतरिक खबर के लीक होने की वजह से हुई है.
बताया जा रहा है कि उन पर चीन की हुवावे कंपनी को देश में 5जी नेटवर्क विकसित करने के लिए सर्शत इजाजत देने की सूचना लीक करने का आरोप है.
डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री ने आज शाम गैविन से सरकार छोड़ने को कहा, क्योंकि वे रक्षा मंत्री और मे की कैबिनेट में सेवा देने लिए जरूरी विश्वास खो चुके हैं.”
मे ने विलियम्सन को लिख खत में कहा कि जांच में ऐसे साक्ष्य सामने हैं जो बताते हैं कि 23 अप्रैल को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अनधिकृत जानकारी बाहर आने के लिए आप जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा, “इस लीक की कोई और विश्वसनीय वजह की पहचान नहीं की गई है.” इस विवादित निर्णय को 23 अप्रैल की बैठक में लिया गया था.
हालिया घटनाओं के बाद से ब्रिटेन सरकार पहले से ही बंटी हुई नजर आ रही थी. अब इस हुवावे लीक के बाद यहां और मतभेद बढ़ गए हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति में होने वाली बातचीत में केवल शीर्ष मंत्री और वे सुरक्षा से जुड़े अधिकारी भाग लेते हैं, जिन्होंने आधिकारिक गुप्त अधिनियम पर हस्ताक्षर किए होते हैं.
लेकिन इसके बावजूद समाचार पत्र टेलीग्राफ में इसको लेकर खबर छापी गई. इस खबर में खुलासा किया गया था कि मे ने हुवावे को अगली पीढ़ी के संचार नेटवर्क को बनाने की अनुमति दे दी है.
अमेरिका इस चीनी कंपनी का लगातार विरोध करता रहा है. इसकी वजह इस कंपनी का चीन के एक कानून से बंधे होना है. इस कानून के मुताबिक इस कंपनी को चीनी सरकार को खुफिया सूचनाएं उपलब्ध करानी होंगी. इसके अलावा समय पड़ने पर इसे सरकार को सुरक्षा सेवाएं भी देनी होंगी.
बताया जा रहा है कि विलियम्सन ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति हैं. इस घटना को ‘पूर्ण अक्षम्य’ बताया गया है.