ट्रंप ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति और तालिबान के साथ रद्द की शांति वार्ता


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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने तालिबान के नेताओं और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घानी के साथ आज होने वाली गुप्त शांति वार्ता रद्द कर दी है.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए एक फिदायीन कार बम धमाके के मद्देनजर ट्रंप ने ये फैसला किया है. तालिबान ने इस बम धमाके की जिम्मेदारी ली है.

जिसके बाद ट्रंप ने शनिवार को ट्वीट में जानकारी दी कि उन्होंने तालिबान के प्रतिनिधियों और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घानी के साथ रविवार को होने वाली गुप्त शांति वार्ता रद्द कर दी है.

9/11 की 18वीं जयतीं से कुछ दिन पहले ही अमेरिका स्थित कैंप डेविड में ये बैठक होने वाली थी.

उन्होंने ट्वीट दूसरे ट्वीट में लिखा, “ये किस तरह के लोग हैं जो अपने पक्ष की स्थिति को मजबूत दिखाने के लिए बेगुनाहों की जान ले रहे हैं?”

राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा, “उन्होंने स्थिति को और बदतर बना दिया है. अगर वे इन महत्वपूर्ण शांति वार्ता के दौरान संघर्ष विराम के लिए सहमत नहीं हो सकते हैं और यहां तक कि 12 निर्दोष लोगों को मार सकते हैं, तो शायद वैसे भी एक सार्थक समझौते पर बातचीत करने की वो ताकत नहीं रखते हैं. कितने और वर्षों तक वे लड़ने के लिए तैयार हैं?”

अमेरिकी वार्ताकार और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच कतर में जारी शांति वार्ता के बावजूद काबुल में घातक हिंसक वारदातें जारी हैं.

इससे पहले गुरुवार को काबुल के राजनयिक क्षेत्र में तालिबान के एक फिदायीन ने कार बम से विस्फोट कर दिया जिसमें अमेरिका और रोमानिया के एक-एक सैनिक की मौत हो गई और अफगानिस्तान के कम से कम 10 आम लोगों की जान चली गई. इस राजनयिक क्षेत्र में अमेरिकी दूतावास भी है. इस हफ्ते यह दूसरा हमला था.


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