अमेरिका ने पुस्तक के प्रकाशन पर एड्वर्ड स्नोडेन के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा


US sues edward snowden over new book

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अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के पूर्व कर्मचारी एड्वर्ड जोसफ स्नोडेन के खिलाफ अमेरिका ने मुकदमा दर्ज किया है. अमेरिका ने कहा कि उनकी नई पुस्तक के प्रकाशन से गोपनीयता समझौते का उल्लंघन हुआ है.

स्नोडेन ने 2013 में अमेरिका के सरकारी निगरानी कार्यक्रम के गोपनीय दस्तावेजों का ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया था. जिसके बाद अब उन्होंने अपनी जीवनी लिखकर पहली बार अपनी जिंदगी की कहानी विस्तार से बताई है. उनकी पुस्तक का नाम “परमानेंट रिकॉर्ड” है. इसका विमोचन मंगलवार को फ्रांस सहित करीब 20 देशों में किया गया.

अमेरिका ने कानून मंत्रालय ने मुकदमे के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “सुरक्षा एजेंसी को दिखाए बिना स्नोडेन ने अपनी जीवनी “परमानेंट रिकॉर्ड” को प्रकाशित किया है. स्नोडेन ने अपने भाषणों में भी गोपनीयता समझौता या गैर प्रकटीकरण समझौता का उल्लंघन किया है.”

मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका पुस्तक के प्रकाशन में सहयोग देने वाले लोगों और प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी जुटा रहा है. स्नोडेन के अलावा मुकदमे में पुस्तक के प्रकाशन के लिए जिम्मेदार कॉरपोरेट संस्था को भी अन्य अभियुक्त के तौर पर नामित किया गया है.

स्नोडेन ने मुकदमे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “अमेरिकी सरकार मेरी नई पुस्तक परमानेंट रिकॉर्ड के प्रकाशकों को दंडित करना चाहती है. यह पुस्तक विश्व में सबसे अधिक बिकने वाली किताब बन गई है, सरकार नहीं चाहती कि आप ये किताब पढ़ें. यह पुस्तक आपको किसी भी अच्छे बुक स्टोर में मिल जाएगी.”

पुस्तक के प्रकाशक मैकमिलन की ओर से फिलहाल कोई जवाब नहीं मिला है.

वहीं कुछ दिन पहले स्नोडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से उन्हें शरण देने की अपील की थी. फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

स्नोडेन गोपनीय दस्तावेजों का ब्यौरा सार्वजनिक करने के बाद से ही अमेरिका में मुकदमों से बचने के लिए रूस में रह रहे हैं. उन्होंने फ्रांस के इंटर रेडियो पर बीते हफ्ते प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा “व्हिसलब्लोअर की रक्षा करना शत्रुतापूर्ण कार्य नहीं है” और कहा कि उन्हें लगता है कि फ्रांस में वह संरक्षण पाने के अधिकारी हैं.

स्नोडेन ने 2013 में फ्रांस में शरण के लिए आवेदन किया था, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली. उस समय फ्रांस में मैक्रों के पूर्ववर्ती फ्रांसिस्को ओलांद की सरकार थी. उन्होंने कई अन्य देशों से भी शरण मांगी है.

उन्होंने अपनी जीवनी लिखकर पहली बार अपनी जिंदगी की कहानी विस्तार से बताई है. इसका विमोचन मंगलवार को फ्रांस सहित करीब 20 देशों में किया जाएगा.


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