अमेरिका ने रूस के साथ खत्म की आईएनएफ संधि
अमेरिका ने शीत युद्ध के दौर में रूस के साथ की गई आईएनएफ (इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज) मिसाइल संधि खत्म कर दी है. नाटो (उत्तरी एटलांटिक संधि संगठन) ने कहा कि वह वाशिंगटन के इस फैसले का पूरी तरह से समर्थन करता है.
अमेरिका ने रूस पर इस संधि का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए यह घोषणा की है.
वाशिंगटन द्वारा तय की गई समय सीमा से पहले अमेरिका ने कहा है कि रूस ने मध्यम श्रेणी की नयी मिसाइल प्रणाली को लेकर उसकी चिंताओं को दूर नहीं किया है और समझा जा रहा है कि वह 1987 की ‘‘इंटरमीडियट रेंज न्यूकलियर फोर्सेज ट्रीटी’’ के खिलाफ जा रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा कि यदि रूस शर्तों का उल्लंघन करने वाली अपनी सभी मिसाइलों, लॉन्चर और साजोसामान को नष्ट करने का अनुपालन नहीं करता है तो अमेरिका आईएनएफ संधि के तहत अपने दायित्वों का शनिवार से निर्वहन करना बंद कर देगा. साथ ही, संधि से अलग होने की प्रक्रिया शुरू करेगा जो छह महीने में पूरी होगी.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस फैसले की संवाददाता सम्मेलन में घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब भी रूस के साथ हथियार नियंत्रण वार्ता में शामिल रहना चाहता है और आशा है कि मास्को इसका अनुपालन करेगा.
ब्रसेल्स से प्राप्त खबर के मुताबिक उत्तर अटलांटिक गठबंधन (नाटो) ने एक बयान में कहा है, ‘‘गठबंधन देश इस कार्रवाई का पूर्ण समर्थन करते हैं.’’
नाटो ने कहा, ‘‘हम रूस के साथ रचनात्मक संबंधों की आकांक्षा करते हैं. हम रूस से शेष छह महीने का उपयोग संधि को बचाने के लिए इसके पूर्ण एवं प्रमाणित किए जाने योग्य अनुपालन का अनुरोध करते हैं.’’