वीएचपी ने लोकसभा चुनाव तक राम मंदिर अभियान रोका
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने आम चुनाव के खत्म होने तक राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे अभियान पर रोक लगा दी है.
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा, ‘‘वीएचपी ने आम चुनाव संपन्न होने तक अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर राम मंदिर के निर्माण के लिए अपना अभियान रोकने का फैसला किया है क्योंकि संगठन नहीं चाहता कि यह कोई चुनावी मुद्दा बने.’’
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब परिषद काफी समय से देश भर में राम मंदिर बनाने के लिए संसद में अध्यादेश लाने की मांग कर रहा है. इसके लिए वीएचपी की ओर से देश के अलग-अलग हिस्सों में सभाओं का भी आयोजन किया गया. इस अभियान के तहत वीएचपी ने देश भर में रैलियां की हैं और हर पार्टी के सांसदों से मुलाकात भी की है.
प्रयागराज में वीएचपी द्वारा आयोजित धर्मसभा के कुछ दिनों बाद संगठन ने यह घोषणा की है. गौरतलब है कि धर्मसभा में यह प्रस्ताव स्वीकार किया गया था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण तक हिंदू चैन से नहीं बैठेंगे और न ही दूसरों को चैन से बैठने देंगे.
बीते हफ्ते ही केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि विवादित भूमि के आस-पास 67 एकड़ जमीन पर कोई विवाद नहीं है, इसलिए यह जमीन राम जन्मभूमि न्यास को सौंप दी जानी चाहिए. केंद्र सरकार का यह कदम आरएसएस, वीएचपी और देश के हिंदूवादी संगठनों में राममंदिर मुद्दे को लेकर बढ़ रही नाराजगी को शांत करने का प्रयास माना गया था. अब वीएचपी द्वारा राम मंदिर अभियान पर रोक लगाने की घोषणा के बाद यह बात और पुष्ट हो गई है.
हालांकि जैन ने यह भी जोड़ा कि संगठन अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध है और नई सरकार बनने पर आगे की रणनीति तय करेगा.
लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में संभावित हैं.