पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा की खबरों के बीच राज्यपाल करेंगे पीएम से मुलाकात
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने केन्द्र को एक पत्र लिख कर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति स्पष्ट की है. इसमें कहा है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद झड़प की छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. ये पत्र गृह मंत्रालय की ओर से जारी परामर्श पत्र के जवाब में लिखा गया है. इस बीच राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
दरअसल, टीएमसी, कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा में शनिवार को चार लोगों के मारे जाने के बाद केंद्र ने एक परामर्श जारी किया था. इसी पर राज्य सरकार ने यह जवाब दिया है.
राज्य के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है, ‘‘हिंसा के सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई की गई.’’
उन्होंने लिखा, ‘‘कुछ असमाजिक तत्वों ने चुनाव बाद झड़प की छिट पुट घटनाओं को अंजाम दिया. कानून प्रवर्तन अधिकारी ऐसे सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी एवं उचित कार्रवाई करते हैं.’’
पत्र में कहा गया है कि उत्तर 24 परगना जिले के नाजट पुलिस थाना क्षेत्र के तहत हुई इस ताजा घटना में भी मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. वह भी इस परिस्थिति में जब क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल सड़कों पर और आस-पास के क्षेत्रों में व्यस्त हैं.
पत्र में कहा गया कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी परिस्थिति में इसे राज्य में कानून का शासन बनाए रखने में कानून लागू करने वाले तंत्र की नाकामी नहीं समझा जाना चाहिए.’’
इससे पहले आम चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में बढ़ती राजनीतिक हिंसा की खबरों को लेकर केंद्र सरकार ने गहरी चिंता जताई थी. इसी को देखते हुए गृह मंत्रालय की ओर से ममता बनर्जी सरकार को एडवर्जरी जारी की गई थी.
गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से कहा थी कि जो अधिकारी ड्यूटी पूरी करने में सफल नहीं हो रहे हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाए.
गृह मंत्रालय की ओर से ये निर्देश तब दिए गए थे, जबकि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी प्रधानमंत्री से मुलाकात करने जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने राज्य में लगातार हो रही हिंसा पर रिपोर्ट पेश करेंगे.
उधर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने हिंसा की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री से बात करने की खबरों को नकार दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी कोई चीज तय नहीं है. दरअसल मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली जाकर बधाई देने का समय नहीं मिल पाया था. मैंने उनसे बातचीत के लिए समय मांगा और मुझे कल का समय मिला है.’’
हालांकि राज्यपाल के कार्यालय से जारी सूचना में हिंसा को लेकर दुख जताया गया है.