अनाज और सब्जियों के दाम में वृद्धि के चलते मुद्रस्फीति में बढ़ोत्तरी


Small producers will be able to sell organic food without certification

  ट्विटर

ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी महीने में थोक आधारित मुद्रास्फीति में बढ़त दर्ज की गई है. अनाज और सब्जियों समेत खाने की चीजों के दाम बढ़ने से थोक मुद्रास्फीति बढ़कर 2.93 फीसदी पर पहुंच गई.

इससे पहले बीते जनवरी महीने में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 2.76 फीसदी थी. पिछले साल फरवरी में यह 2.74 फीसदी थी.

इससे पहले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति भी खाद्य पदार्थों के भाव बढ़ने के कारण फरवरी में चार महीने के उच्च स्तर 2.57 प्रतिशत पर पहुंच गई.

थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में खाद्य बास्केट की मुद्रास्फीति 4.28 फीसदी पर पहुंच गई. यह जनवरी महीने में 2.34 फीसदी पर पहुंच गई थी.

आंकड़ों से पता चलता है कि अनाज, धान, गेहूं, दाल, सब्जी, फल तथा अंडे, मांस एवं मछली जैसे अन्य प्रोटीन समृद्ध खाद्यान्नों में मासिक आधार पर अधिक मुद्रास्फीति रही.

हालांकि, महीने के दौरान दूध की कीमत में वृद्धि की दर अपेक्षाकृत कम रही.

इस दौरान ईंधन एवं बिजली की मुद्रास्फीति 2.23 फीसदी बढ़ गई. जनवरी महीने में इसमें 1.85 फीसदी की वृद्धि हुई थी.

उधर केयर रेटिंग्स ने थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों का आकलन करने के बाद इसके चढ़ने की आशंका व्यक्त की है. केयर रेटिंग्स ने कहा कि देश में मुद्रास्फीति खुदरा एवं थोक दोनों स्तरों पर पिछले महीने निचले स्तर पर आ जाने के बाद चढ़ने लगी है.


उद्योग/व्यापार