अमित शाह को दो मामलों में EC की क्लीन चिट


amit shah takes u turn on nrc

 

चुनाव आयोग ने बीजेपी प्रमुख अमित शाह को नागपुर और नादिया में दिए गए भाषणों में पर क्लीन चिट दे दी है.

हालांकि आयोग दो में से एक मामले पर एकमत नहीं था और फैसला 2-1 के बहुमत के आधार पर लिया गया.  इससे पहले आयोग की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को दो मामलों पर मिली क्लीन चिट पर बोर्ड एकमत नहीं था.

तीन सदस्यीय बोर्ड (मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा) में शाह के नागपुर में दिए बयान पर क्लीन चिट देने के लिए पूर्ण सहमति नहीं बनी.

नौ अप्रैल को शाह ने नागपुर में आयोजित एक रैली में कथित रूप से कहा था कि समूचा देश बालाकोट में आतंकी अड्डों पर हमले का जश्न मना रहा था लेकिन सिर्फ पाकिस्तान और राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस में मातम मन रहा था.

शाह को क्लीन चिट देते हुए आयोग ने कहा कि परामर्शों और आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के अनुरूप मामले का विस्तार से परीक्षण किया गया. नादिया के जिला चुनाव अधिकारी की ओर से भेजे गए भाषण की प्रति का पूरा परीक्षण करने के बाद आयोग का विचार है कि इस मामले में आदर्श आचार संहिता या चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन नहीं हुआ.

पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में कृष्णनगर में एक रैली के दौरान शाह ने कहा, “भारतीय वायु सेना के विमानों ने बालाकोट में आतंकी अड्डों पर बमबारी की थी. इससे पाकिस्तान और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय में मातम था.”

उन्होंने कथित रूप से यह भी कहा था कि इस साल फरवरी में पुलवामा में हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अपनी वायु सेना’ को पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को तबाह करने के लिए भेजा था. जिसे लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शाह के खिलाफ शिकायत की थी.

इस पर भी आयोग ने कहा कि आदर्श आचार संहिता या चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन नहीं हुआ.


Big News