जुजाना कापुतोवा बनीं स्लोवाकिया की पहली महिला राष्ट्रपति
जुजाना कापुतोवा स्लोवाकिया की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई हैं. कापुतोवा सरकार की मुखर आलोचक और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता रही हैं.
कापुतोवा ने किसी भी तरह का राजनीतिक अनुभव नहीं होने के बावजूद हाई-प्रोफाइल डिप्लोमैट सेफकोविक को हरा दिया. सेफकोविक सत्ताधारी पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति के उम्मीदवार थे.
कापुतोवा ने राजनीतिक भ्रष्टाचार और राजनेताओं के संगठित अपराध में मिलीभगत को अपना प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया था. दरअसल बीते साल एक खोजी पत्रकार की हत्या कर दी गई थी. उस समय वह पत्रकार ऐसे ही मामले की छानबीन कर रहा था.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग सारी वोटों की गिनती हो चुकी है. इसमें कापुतोवा को 58 फीसदी वोट मिले हैं. जबकि सेफकोविक को करीब 42 फीसदी वोट ही मिले.
45 साल की कापुतोवा दो बच्चों की मां हैं और तलाकशुदा हैं. वो लिबरल प्रोग्रेसिव स्लोवाकिया पार्टी की सदस्य हैं. संसद में इस पार्टी को कोई सीट हासिल नहीं है.
ऐसे देश में जहां समलैंगिक विवाह और गोद लेने का कानूनी अधिकार अभी तक प्राप्त नहीं है कापुतोवा का राष्ट्रपति बनना एलजीबीटी समुदाय के लिए हितकारी हो सकता है.
विपक्षी उम्मीदवार सेफकोविक यूरोपियन कमीशन के उपाध्यक्ष भी हैं. सेफकोविक को सत्ताधारी पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था. इससे पहले कुशियाक हत्या मामले में राष्ट्रपति रॉबर्ट फिको को इस्तीफा देना पड़ा था.
स्लोवाकिया के सांख्यिकी कार्यालय ने बताया कि पहले राउंड की गिनती में कापुतोवा को 40 फीसदी वोट मिले थे जबकि सेफकोविक को सिर्फ 19 फीसदी मत ही मिले थे.
52 वर्षीय सेफकोविक ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने कापुतोवा को फोन करके जीत की बधाई दी.