गौरी लंकेश मामले से मिलेंगे कलबुर्गी हत्याकांड के सुराग
हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने जाने-माने कन्नड़ विद्वान एमएम कलबुर्गी हत्याकांड की जांच गौरी लंकेश मर्डर केस की जांच कर रही कर्नाटक पुलिस की एसआइटी को सौंपी थी. कोर्ट के इस आदेश का आधार इन दोनों हत्याओं के तौर-तरीकों में समानता है.
हालांकि यह हैरत की बात है कि कलबुर्गी हत्याकांड में अब तक कोई आरोप पत्र तक दायर नहीं किया गया है जबकि कलबुर्गी की हत्या गौरी लंकेश की हत्या से लगभग दो साल पहले की गई थी.
वैसे माना जा रहा है कि कर्नाटक पुलिस की एसआईटी कलबुर्गी हत्याकांड की जांच कर्नाटक सीआईडी और लंकेश हत्याकांड में मिले सुरागों के आधार पर ही करेगी.
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में एसआईटी ने पिछले साल दो आरोप पत्र दायर किए हैं.
जांच अधिकारियों के अनुसार, दिसंबर 2014 में धारवाड़ में एक मोटरसाइकिल की चोरी हुई थी. माना गया कि 29 वर्षीय वासुदेव सूर्यवंशी नाम के एक मैकेनिक ने कथित रूप से इस अपराध को अंजाम दिया. सूर्यवंशी पर ही लंकेश की हत्या के लिए चोरी की गई मोटरसाइकिल उपलब्ध कराने का आरोप है.
इसी सिलसिले में पिछले साल महाराष्ट्र एटीएस को नीले रंग की मोटरसाइकिल मिली थी. बाद में यह पता चला कि यही मोटरसाइकिल कलबुर्गी की हत्या में इस्तेमाल हुई है.
इसके बाद कट्टरपंथी समूह सनातन संस्था से जुड़े कई लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया. इन सब पर कथित रूप से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था.
जांचकर्ताओं के अनुसार, सूर्यवंशी ने चोरी की हुई माटरसाईकल कलबुर्गी और लंकेश की हत्या में शामिल दो व्यक्तियों को दी थी.
सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक सीआईडी ने दो हफ्ते पहले कलबुर्गी हत्या मामले में सूर्यवंशी को गिरफ्तार कर पूछताछ की है.
जाहिर है कि कलबुर्गी हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसआईटी को अभी लंबा रास्ता तय करना है.