86 फीसदी इंटरनेट यूजर्स फेक न्यूज से धोखा खाते हैं: सर्वे
फेक न्यूज पर हाल ही में प्रकाशित एक सर्वे के मुताबिक 86 फीसदी इंटरनेट यूजर्स फेक न्यूज से धोखा खाते हैं. वहीं अधिकतर इंटरनेट यूजर्स चाहते हैं कि सरकार फेक न्यूज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे.
सेंटर फॉर इंटरनेशनल गवर्नेंस इनोवेशन (सीआईजीआई) की ओर से हाल ही में ये सर्वे प्रकाशित किया गया है. सालना होने वाले आईपीएसओएस सर्वे में 25 देशों के करीबन 25 हजार इंटरनेट यूजर्स ने हिस्सा लिया था.
सर्वे में कहा गया है कि “उपयोगकर्ताओं का कहना है कि सरकार और मीडिया कंपनियों से फेक न्यूज के खिलाफ कड़े फैसले लेने की उम्मीद करते हैं.” साथ ही सामने आया है कि फेक न्यूज के कारण बड़े स्तर पर इंटरनेट से लोगों का विश्वास कम हुआ है और अर्थव्यवस्था, राजनीतिक विमर्श पर भी इसके बुरे प्रभाव देखे जा सकते हैं.
सर्वे के मुताबिक सबसे ज्यादा फेक न्यूज अमेरिका में फैलाई जाती है. जिसके बाद आते है रूस और चीन. मिस्र के लोग फेक न्यूज के प्रति सबसे कम जागरुक पाए गए. जबकि पाकिस्तान के इंटरनेट यूजर्स फेक न्यूज के प्रति सबसे अधिक सजग रहते हैं.
सर्वे में सामने आए आंकड़ें बताते हैं कि सबसे अधिक फेक न्यूज का प्रचार फेसबुक के जरिए किया जाता है. वहीं यूट्यूब, ट्विटर और ब्लॉग पर भी फेक न्यूज का व्यापक प्रभाव देखा गया है.
21 दिसंबर, 2018 से 10 फरवरी, 2019 तक हुए इस सर्वे के लिए ऑनलाइन इंटरव्यू और सीधे साक्षात्कार के जरिए आंकड़ें लिए गए थे.