CJI पर यौन उत्पीड़न आरोपों की विशेष पीठ करेगी सुनवाई


hearing against abrogation of article 370 to be on 14 november

 

कुछ मीडिया वेबसाइट्स में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई पर सुप्रीम कोर्ट की ही एक पूर्व कर्मचारी द्वारा कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने की खबर प्रकाशित होने के बाद सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ आज लगभग साढ़े दस बजे ‘व्यापक सार्वजनिक महत्त्व’ के इस मामले पर विशेष सुनवाई के लिए बैठी.

इस सुनवाई में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई, जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस संजीव खन्ना के अलावा अटार्नी जनरल एके वेणुगोपाल, सालिसिटर जनरल तुषार मेहता और सुप्रीम कोर्ट बार काउंसिल के अध्यक्ष भी मौजूद थे.

बैठक में इस बात की चर्चा हुई कि इस मामले के बहाने न्यायपालिका की स्वतंत्रता को गंभीर खतरे में डाला जा रहा है. जस्टिस अरुण मिश्रा ने इस मामले के सन्दर्भ में मीडिया के लिए कोई आदेश जारी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस मामले को प्रकाशित करना या नहीं करना पूरी तरह उसके विवेक पर निर्भर है. उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वे अपुष्ट और अप्रमाणित तथ्यों को प्रकाशित नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर न्यायपालिका पर लोगों को विश्वास ही नहीं है तो ऐसी स्थिति में वे काम नहीं कर सकते.

सुनवाई में यह निर्णय लिया गया कि एक विशेष पीठ इस पूरे मामले पर अपना निर्णय सुनाएगी. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगाई ने यह स्पष्ट किया कि वे पूरी सुनवाई से अलग रहेंगे और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज इस मामले में अपना निर्णय देंगे.


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