अमेरिका: डेमोक्रेट उम्मीदवारों की बहस में सतह पर खुलकर आए मतभेद
सीएनएन/ट्विटर
अमेरिकी प्रगतिशील फायरब्रांड नेता बर्नी सैंडर्स और एलिजाबेथ वारेन ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए हुई बहस में ‘सभी के लिए चिकित्सा’ का उपहास करने वालों की जमकर खबर ली. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए हुई इस बहस में डेमोक्रेटिक प्रतिभागियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए.
सीएनएन के प्लेटफार्म पर आयोजित इस बहस में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार दो खेमों में बंटे नजर आए. बहस में जहां एक ओर प्रमुख प्रगतिशील उम्मीदवारों ने ट्रंप को मात देने के लिए अपनी क्रांतिकारी कही जाने वाले योजनाओं का बचाव किया. वहीं नरमपंथियों ने उनकी इन नीतियों को इच्छा सूची अर्थशास्त्र (विश-लिस्ट इकॉनॉमिक्स) बताया.
नरमपंथियों का तर्क था कि ऐसी योजनाओं को जनता के बीच लेकर जाने पर डेमोक्रेट्स को फायदे के बजाए नुकसान होगा और 2020 के राष्ट्रपति के चुनाव में ट्रंप को हराने में ये योजनाएं मददगार साबित नहीं होंगी.
बहस के दौरान बर्नी सैंडर्स और एलिजाबेथ वारेन ने बार-बार हेल्थ केयर और देश की अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने वाली अपनी योजनाओं पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक जीत के लिए इन्हें जरूरी बताया.
मैसाच्यूसेट्स से सीनेटर एलिजाबेथ वारेन ने नरमपंथियों को निशाना बनाते हुए कहा, “मेरी समझ नहीं आता कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए कोई इस बात के पीछे कैसे पड़ सकता है कि हम क्या नहीं कर सकते हैं और हमें किसके लिए नहीं लड़ना चाहिए.”
वहीं प्रबल डेमोक्रेटिक दावेदार बर्नी सैंडर्स ने कहा, “मैं इस बात से थक चुका हूं कि डेमोक्रेट बड़े इरादों से डरते हैं. जबकि रिपब्लिकन ऐसे विचारों से नहीं घबराते.”
डेमोक्रेट उम्मीदवार चुने जाने में अभी पूरे छह महीने का समय बाकी है. फिलहाल अभी डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों की सूची बहुत लंबी है. इसमें शामिल लोग कई तरह से बंटे हुए हैं. ये बंटवारा विचारधारा से लेकर उम्र, नस्ल, लिंग आदि कई रूपों में सामने आया है.
बहस के दौरान पहले घंटे में ज्यादातर समय लिबरल्स की स्वास्थ्य योजना को निशाना बनाया गया. नस्ल का प्रश्न बहस के दूसरे घंटे में सामने आया. इस दौरान सभी प्रतिभागी ट्रंप की नस्लवादी नीति के विरोध में एकजुट नजर आए.
नस्ल के मुद्दे पर बोलते हुए कई लोगों ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वे अमेरिका में दासता के दिनों जैसी बुरी चीजों की फिर से याद दिला रहे हैं. वहीं बर्नी सैंडर्स ने डोनल्ड ट्रंप को नस्लवादी करार दिया.