फेड रिजर्व ने की ब्याज दरों में कमी, एशियाई शेयर लड़खड़ाए


Dry spell in IPO market Only 11 cos hit bourses this yr compared to 24 in 2018

  फाइल चित्र

अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कमी का सीधा असर एशियाई बाजारों पर पड़ा है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इस फैसले के बाद एशिया के शेयर छह हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए.

इस दौरान एमसीआई ब्रोडेस्ट इंडेक्स 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ मध्य जून के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. वहीं जापान का निक्केई में भी 0.4 फीसदी की गिरावट देखी गई.

कोरिया के कोस्पी में 0.5 फीसदी की गिरावट देखी गई, ऑस्ट्रेलियन शेयर्स में 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. वहीं एशियन हॉवर के दौरान एस एंड पी-500 में भी 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

कॉमसेक के मुख्य अर्थशास्त्री क्रैग जेम्स कहते हैं, “ब्याज दरों में गिरावट से अमेरिकी शेयर बाजार की भावना मजबूत हुई है, लेकिन वित्तीय बाजारों ने 2008 के बाद हुए इस रेट कट के प्रति नकारात्मक रुख दिखाया है.”

जेम्स कहते हैं, “फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल उम्मीद से ज्यादा तेज नजर आए. ज्यादातर उद्यमी उम्मीद कर रहे थे कि फेड की ओर से उन्हें और ज्यादा नीतिगत सुविधा मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.”

फेड रेट कट के कारण एशियाई बाजारों में नकारात्मक भावना फैलती है, जिससे निवेशक इन बाजारों से अपना पैसा निकालने की कोशिश करने लगते हैं. इससे पहले भी कई बार देखा गया है जब सिर्फ फेड द्वारा ब्याज दरें कम करने के कयास पर ही एशियाई बाजारों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई.


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