बजाज पिता-पुत्र ने सरकार के सिर फोड़ा ऑटो उद्योग की बदहाली का ठीकरा


 

बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज और प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने ऑटो क्षेत्र को मंदी से ना उबार पाने को लेकर सरकार की आलोचना की है. पिता-पुत्र ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर अस्पष्ट सरकारी नीति पर भी सवाल उठाए.

पिता-पुत्र की जोड़ी कंपनी की 12वीं सालाना बैठक में कंपनी के शेयर धारकों को संबोधित कर रही थी. 81 वर्षीय अरबपति राहुल बजाज ने विकास की संभावनाओं पर सरकारी असमर्थता की आलोचना की. वहीं उनके बेटे राजीव बजाज ने कहा कि सरकार ने ई-वाहन नीति को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं, इससे उद्योग मंदी से घिर गया है और नौकरियां खोने का खतरा बना हुआ है.

मनी कंट्रोल के मुताबिक राहुल बजाज ने कहा, “ना तो कोई निजी निवेश हो रहा है और ना ही कोई मांग है, ऐसे में वृद्धि कहां से आएगी? ये स्वर्ग से तो गिरेगी नहीं. ऑटो उद्योग बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है. कार, व्यापारिक वाहन और दोपहिया वाहनों की बिक्री गिर गई है.”

घरेलू ऑटो उद्योग इन दिनों बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है. इस उद्योग के हर हिस्से में महीने दर महीने गिरावट देखी जा रही है.

राहुल बजाज ने कहा, “सरकार ये बात माने या ना माने, लेकिन बीते तीन-चार सालों में वृद्धि दर लगातार गिरी है. विश्व बैंक और आईएमएफ के आंकड़े भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं. किसी भी सरकार की तरह वो अच्छी तस्वीर ही दिखाना चाहेंगे, लेकिन सच तो सच है.”

इस मंदी से पार पाने के लिए ऑटो उद्योग चाहता है कि सरकार जीएसटी में कमी करे, लेकिन फिलहाल सरकार में इनकी कोई सुनवाई होती नहीं दिख रही है. इस समय सरकार का पूरा ध्यान इलेक्ट्रिक वाहनों पर है.

नीति आयोग ने 2025 तक 150 सीसी से नीचे के सभी दोपहिया वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने का प्रस्ताव रखा है. तिपहिया वाहनों के लिए समय सीमा 2023 रखी गई है.

इस पर राजीव बजाज कहते हैं, “बीते दो सालों से इस योजना को लेकर कुछ साफ नहीं हुआ है…कभी सरकार काफी उत्साहित होती है, कभी चीजें ठंडे बस्ते में चली जाती हैं. कभी-कभी वे बिल्कुल अलग ही बयान कर देते हैं. उनके खुद के साथी विरोधाभासी बयान देते हैं. उद्योग जगत के लोग इसको लेकर संदेह में हैं.”

हाल ही में सरकार ने कहा था कि जैविक ईंधन से चलने वाले वाहनों का उत्पादन रोकने की कोई योजना नहीं है. दूसरी ओर इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी घटाकर और चार्जिंग प्वाइंट बढ़ाकर इसे आकर्षक बनाया जा रहा है.


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