भीम आर्मी नहीं करेगी कांग्रेस का समर्थन
भीम आर्मी ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में उसका कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने का कोई कारण ही नहीं है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस ने अपने 60 साल के शासन में दलितों के लिए कुछ नहीं किया.
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के साथ हुई मुलाकात के कुछ दिन बाद आई है. प्रियंका गांधी ने बीते बुधवार को मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती आजाद से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्मा गया था और इसे कांग्रेस की दलितों तक पहुंच बनाने के कदम के रूप में देखा जा रहा था.
सिंह ने कहा, ‘‘ कांग्रेस ने इतने सालों तक देश पर राज किया लेकिन हम लोगों के लिए कुछ नहीं किया.उसके शासनकाल में दलितों पर अत्याचार किए गए . इसने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा को आगे बढ़ने का मौका दिया.’’
उन्होंने साथ ही कहा कि भीम आर्मी के कांग्रेस को समर्थन करने कोई एक भी कारण नहीं है.
उन्होंने चंद्रशेखर आजाद और प्रियंका गांधी की मुलाकात के सवाल पर कहा,‘‘ वह चंद्रशेखर भाई से मिलना चाहती थीं लेकिन उन्होंने मना कर दिया.इसके बाद प्रियंका ने विशेष अपील की और इस तरह दोनों के बीच कुछ मिनट की मुलाकात हुई. उन दोनों की वार्ता में कोई राजनीतिक मुद्दा सामने नहीं आया.
दलित समूह के संस्थापक आजाद ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक रैली में कहा था कि वह वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और भाजपा को रोकने के लिए वह कांग्रेस समेत सभी दलों के समर्थन का स्वागत करते हैं .