दलित महिला से शादी करने पर भाई ने ही ली युवक की जान
प्रतीकात्मक फोटो
भारत में जातिवादी घृणा किस कदर तक फैली हुई है इसका एक ताजा उदाहरण तमिलनाडु में देखने को मिला. यहां एक 22 साल के व्यक्ति की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने एक दलित महिला से शादी कर ली थी. और कथित तौर पर ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उस व्यक्ति के भाई ने ही की है.
कोयंबटूर के रहने वाले 22 साल के कनाकन ने 18 साल की एक दलित महिला से परिजनों की इजाजत के बिना शादी कर ली थी. जिससे नाराज उनके भाई ने शादी के कुछ घंटे बाद ही अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी.
एक पुलिस अधिकारी ने नाम ना बताए जाने की शर्त पर कहा कि मृतक और उसकी पत्नी की मुलाकात पढ़ाई के दौरान एक कॉलेज में हुई थी.
हिंदुस्तान टाइम्स सूत्रों के हवाले से लिखता है, “कनाकन और धारशनी प्रिया एक साल से ज्यादा लंबे समय से रिश्ते में थे. इसके बाद जब कनाकन ने अपने घर वालों से प्रिया से शादी करने की बात कही तो उसके घर वाले तैयार नहीं हुए. उन्होंने प्रिया के दलित होने के चलते शादी करवाने से मना कर दिया.”
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, “परिजनों के मना करने के बाद वे दोनों घर से भाग गए और मेट्टूपलयाम के एक मंदिर में शादी कर ली. शादी के कुछ घंटे बाद ही कुछ व्यक्तियों के समूह ने लाठी-डंडों से नव-विवाहित जोड़े पर हमला कर दिया.”
कनाकन गाउंडर जाति से ताल्लुक रखते थे. ये एक मध्यवर्ती जाति मानी जाती है, और पश्चिमी तमिलनाडु में बहुसंख्यक है.
पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी और मृतक के भाई के विनोद को गिरफ्तार कर लिया है. प्रिया के परिजनों की शिकायत के आधार पर विनोद और उसके साथियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है.