टीम इंडिया की जर्सी पर ओप्पो की जगह लेगा बायजू
आगामी सितंबर तक भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर आपको नया नाम देखने को मिलेगा. ये नया नाम होगा तकनीकी आधारित शैक्षिक कंपनी बायजू का. ये कंपनी ओप्पो की जगह लेगी.
चीन की कंपनी ओप्पो ने मार्च 2017 में 1,079 करोड़ में ये अधिकार पांच साल के लिए खरीदा था. अब ओप्पो इसे बायजू को बेच रही है. टाइम्स ऑफ इंडिया सूत्रों के हवाले से लिखता है कि ओप्पो बीसीसीआई के साथ की गई डील को काफी महंगा महसूस कर रही है और अब आगे इसे जारी नहीं रख सकती.
ये समझौता करीब दो हफ्ते पहले ही हो चुका है. अब वेस्ट इंडीज के दौरे के बाद ओप्पो आधिकारिक तौर पर टीम इंडिया की जर्सी से अपना लोगो हटा लेगा. इसके बाद सितंबर में दक्षिण अफ्रीका और इंडिया के बीच होने वाली सीरीज से बायजू ओप्पो का स्थान ले लेगा.
इस पूरे सौदे में बीसीसीआई को कोई नुकसान नहीं होगा और सौदा अपने पांच साल पूरे करेगा. इससे पहले जो धन ओप्पो बीसीसीआई को देने वाला था उसे अब बायजू देगा.
खबरों के मुताबिक ओप्पो ने ये कदम अपने खर्चों में कटौती करने के लिए उठाया है. हालांकि ओप्पो इस पूरे सौदे में बायजू की मदद करेगा.
बायजू की स्थापना केरल आधारित व्यवसायी बायजू रवींद्रन ने की थी. हाल ही में हुई फंडिंग के बाद इस कंपनी की कुल कीमत करीब 38,000 करोड़ पहुंच गई है. फिलहाल बायजू को इस सौदे के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है.
बायजू की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने 2013 में सीड फंडिंग के माध्यम से धन इकट्ठा कर कंपनी शुरू की थी.
खबरों के मुताबिक ये कंपनी अपनी ब्रांडिंग के मौके तलाश रही थी. टीम इंडिया की जर्सी इसके लिए बेहतरीन मौके के रूप में देखी जा रही है.
इससे पहले ओप्पो प्रति द्विपक्षीय मैच के हिसाब से 4.6 करोड़ का भुगतान कर रही थी. जबकि आईसीसी या एशिया कप के दौरान प्रति मैच 1.56 करोड़ रुपये भुगतान किए जा रहे थे.
ओप्पो से पहले टीम की जर्सी के अधिकार स्टार इंडिया के पास थे. लेकिन ओप्पो के मुकाबले बीसीसीआई के साथ उसका सौदा काफी सस्ता था.