मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर कुमारस्वामी और सिद्धरमैया के बीच जुबानी जंग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बारे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की एक टिप्पणी को लेकर बहस छिड़ गई है. यह बहस उनके और राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन समन्वय समिति प्रमुख सिद्धरमैया के बीच टि्वटर पर हुई.
कुमारस्वामी का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब एक बार फिर सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कांग्रेस के अंदर बढ़ रही है. इसे लेकर राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के दोनों दलों – कांग्रेस और जेडीएस में सार्वजनिक रूप से बहस छिड़ गई है.
कुमारस्वामी के इस बयान को कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को मात देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्होंने इस शीर्ष पद के लिए अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत दिया था.
मुख्यमंत्री के बयान के नपे-तुले जवाब में सिद्धरमैया ने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री और कुमारस्वामी के बड़े भाई एचडी रेवन्ना भी इस शीर्ष पद के लिए काबिल हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘कुमारस्वामी ने जो कुछ कहा वह सही है. मल्लिकार्जुन खड़गे के पास न सिर्फ मुख्यमंत्री बनने की, बल्कि इससे ऊंचा पद पाने की भी काबिलियत है. कांग्रेस और जेडीएस में ऐसे कई लोग हैं जो मुख्यमंत्री बनने के काबिल हैं.’’
सिद्धरमैया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एच डी रेवन्ना भी उनमें से एक हैं. हर चीज के लिए वक्त आता है.’’
कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी दिली ख्वाहिश है कि खड़गे को मुख्यमंत्री बनना चाहिए और इसे कोई राजनीतिक रंग देना या इसका ठीक से सोचे समझे बगैर विश्लेषण करना सही नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘इस बयान के जरिए राजनीतिक लाभ पाने की मेरी कोई क्षुद्र रूचि नहीं है.’’
दरअसल चिंचोली में कुमारस्वामी ने कहा था कि खड़गे को बहुत समय पहले ही मुख्यमंत्री बन जाना चाहिए था.
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि खड़गे मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस सरकार में भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं लेकिन वह (खड़गे) पार्टी आलाकमान के फैसले का पालन करेंगे.