नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण: सोनिया गांधी


sonia gandhi questions the legitimacy of evms

 

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है और प्रस्तावित एनआरसी के कारण नोटबंदी की तरह एक बार फिर लोगों को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा.

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘लोकतंत्र में लोगों को सरकार के गलत निर्णयों एवं नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है. सरकार का यह कर्तव्य होता है कि वह लोगों की आवाज एवं उनकी चिंताओं पर ध्यान दे. लेकिन बीजेपी सरकार लोगों की आवाज का निरादर कर रही है और बल प्रयोग करके उसे दबाने का प्रयास कर रही है.’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी सरकार की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करती है.

सोनिया गांधी ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है. इसके बाद प्रस्तावित एनआरसी के कारण नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी और अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा.’

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की ओर से युवाओं, छात्रों और नागरिकों के खिलाफ बल प्रयोग पर हम गंभीर चिंता प्रकट करते हैं.

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विरोध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थाओं में इसको लेकर स्वत: विरोध प्रदर्शन हुए.


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