दिल्ली: पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम रहा मतदान
इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 60.51 फीसदी मतदान दर्ज किया गया जो कि 2014 के 65 फीसदी से कम है. दिल्ली में बीजेपी, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. मतदान के दौरान दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से ईवीएम में खराबी और मतदाताओं के नाम नहीं होने की घटनाएं भी सामने आईं.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि उनके कार्यालय ने मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए जितना जागरुकता अभियान चलाया था. उसे देखते हुए मतदान फीसदी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा.
लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ. इनमें से चांदनी चौक और उत्तर पूर्व दिल्ली में 62 फीसदी से अधिक मतदान जबकि नई दिल्ली में 56.5 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.
पूर्वी दिल्ली में 61.5 फीसदी, उत्तर पश्चिम दिल्ली में 59 फीसदी, दक्षिण दिल्ली में 58 फीसदी और पश्चिम दिल्ली में 60 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.
दिल्ली में 1.43 करोड़ मतदाता हैं. 164 उम्मीदवारों चुनाव मैदान में हैं जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और आप की आतिशी शामिल हैं.
बीजेपी, कांग्रेस और आप ने सभी सात सीटें जीतने का भरोसा जताया है.
दिल्ली में मतदान की शुरुआत सुबह धीमी रही लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही इसमें तेजी आई.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू सहित कई गणमान्य हस्तियों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया.
नायडू ने अपना वोट वियतनाम की चार दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद डाला. रमजान के रोजे और गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट डालने के लिए पहुंचे.
मटिया महल, मालवीय नगर, तिलक नगर, चांदनी चौक और कुछ अन्य स्थानों पर ईवीएम में खराबी की शिकायतें भी आईं. दिन में आठ फीसदी ईवीएम बदली गईं.
सुबह में अभ्यास मतदान के दौरान 778 वीवीपैट, 141 कंट्रोल यूनिट और 228 बैलट यूनिट बदली गईं.
मतदान के दौरान 450 वीवीपैट, 61 कंट्रोल यूनिट 77 बैलट यूनिट बदली गईं.