पीएसए के तहत तीन महीने और नजरबंद रहेंगे फारूक अबदुल्ला
पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य में तीन बार मुख्यमंत्री रहे फारूक अब्दुल्ला की हिरासत अवधि तीन महीने के लिए और बढ़ा दी गई और वह अपने घर में नजरबंद रहेंगे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अब्दुल्ला पांच बार सांसद रहे हैं. केंद्र ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा हटाने और उसके विभाजन की घोषणा की थी और उसी दिन से वह हिरासत में हैं.
नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के नेता पर सख्त जन सुरक्षा कानून (पीएसए) पहली बार 17 सितंबर को लगाया गया था, जिसके कुछ ही घंटे बाद एमडीएमके नेता वाइको की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने वाला था. याचिका में वाइको ने आरोप लगाया था कि फारूक अबदुल्ला को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा गया है.
अधिकारियों ने बताया कि नेशनल कांफ्रेस अध्यक्ष पर पीएसए के ‘सरकारी आदेश’ के तहत मामला दर्ज किया गया है जो किसी व्यक्ति को बगैर सुनवाई के तीन से छह महीने तक जेल में रखने की इजाजत देता है.