दिवालिया हो सकती है गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी डीएचएफएल
संकट में घिरी गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) ने चेतावनी दी है कि उसकी वित्तीय स्थिति बहुत खराब हो चुकी है. ऐसी स्थिति में कंपनी का कायम रहना संभव ना हो सके.
कंपनी का कहना है कि बढ़ते वित्तीय घाटे का दबाव और उसकी भरपाई नहीं हो पाने से इस बात की चिंता बढ़ गई है कि कंपनी आने वाले भविष्य में दिवालिया घोषित हो जाए.
31 मार्च, 2019 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में प्रति साल के आधार पर 2223 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. कंपनी को यह घाटा प्रोविजनिंग बढ़ने और डिस्बर्समेंट में गिरावट आने से हुआ है.
कंपनी पिछले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही से ही वित्तीय संकट का सामना कर रही है.
कंपनी को वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 3280 करोड़ की अतिरिक्त प्रोविजनिंग करनी पड़ी थी.
कंपनी को वित्त वर्ष 2018-19 में 1036 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में 1240 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
दिसंबर के अंत तक डीएचएफएल पर एक लाख करोड़ रुपया का बकाया था. इसमें 38 प्रतिशत बैंकों का है और एसबीआई का बकाया उसमें भी सबसे ज्यादा है.