SSB जवानों की सैलरी के लिए हुई फंड की कमी
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों को जनवरी और फरवरी में सैलरी के साथ भत्ता और एरियर नहीं दिया जाएगा. 23 जनवरी को जारी एक आंतरीक नोटिस के मुताबिक फंड की कमी के चलते जवानों को इस साल जनवरी, फरवरी में बच्चों की शिक्षा के लिए भत्ता (सीईए) और लीव ट्रैवल अलाउंस (एलटीसी) जैसे भत्ते नहीं दिया जा सकेगा.
अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ से इस खबर की जानकारी मिली है, जिन्होंने इस आंतरिक नोटिस की कॉपी होने का दावा किया है.
पिछले चार महीनों में ये दूसरी बार है जब किसी अर्धसैनिक बल के जवानों की सैलरी के लिए फंड जारी करने में केंद्र की ओर से देरी हो रही है.
इससे पहले बीते साल सिंतबर आखिर में खबर आई थी कि देश की सबसे बड़ी पैरामिलिट्री फोर्स सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों को सितंबर महीने में सैलरी के साथ ‘राशन भत्ता’ के करीबन 3 हजार रुपये नहीं मिलेंगे. इसके बाद सेलरी के लिए गृह मंत्रालय की ओर से अक्टूबर महीने में फंड जारी किया गया था.
एसएसबी के 94,261 जवान नेपाल, भूटान से सटी 2,450 किमी लंबी सीमा की सुरक्षा करते हैं. इसके साथ ही देश के आंतरिक इलाकों- माओवाद से प्रभावित क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, असम में बोडो क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा भी एसएसबी की ऊपर है.
नोटिस के मुताबिक फंड की कमी के चलते बल इस साल जनवरी और फरवरी में सैलरी के अलावा एरियर और भत्ता, एसीपी/एमएसीपी और एलटीसी/सीईए/एलईसी का भुगतान करने में असक्षम हैं.
गृह मंत्रालय प्रवक्ता वसुधा गुप्ता ने एसएसबी को किसी भी तरह की फंड की कमी की जानकारी होने से इनकार किया.