करकरे के खिलाफ बयान पर चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर को भेजा नोटिस


Pragya Singh Thakur has no exemption to produce at court

 

शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के ऊपर दिए गए विवादित बयान को लेकर चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस भेज दिया है. यह नोटिस जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर की तरफ से जारी किया गया है. प्रज्ञा ठाकुर 2008 में हुए मालेगांव बम धमाके मामले की मुख्य आरोपी है.

इससे पहले आयोग के एक अधिकारी ने बताया, “ हमने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए एसिसटेंट रिटर्निंग ऑफिसर से रिपोर्ट मांगी. हमें सुबह रिपोर्ट मिली और अब हम नोटिस जारी करने जा रहे हैं. इस नोटिस का जवाब 24 घंटे के भीतर कार्यक्रम के आयोजनकर्ता और बयान देने वाले को देना होगा.”

प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. शुक्रवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रज्ञा ने कहा, “ महाराष्ट्र एटीएस चीफ हेमंत करकरे की मौत इसलिए हुई क्योंकि मैंने उसे श्राप दिया था.”

प्रज्ञा के इस बयान की जब निंदा हुई तो बीजेपी ने इसे प्रज्ञा का व्यक्तिगत बयान बता किनारा कर लिया. बाद में प्रज्ञा भी अपने बयान से पलट गई.

प्रज्ञा ने कहा, “ मुझे लगता है कि मेरे बयान से दुश्मन देश को फायदा हो सकता है, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और इसके लिए माफी मांगती हूं.”

प्रज्ञा के इस बयान को लेकर इलेक्शन कमीशन में शिकायत दाखिल की गई थी. वहीं जिला चुनाव अधिकारी सुदम खड़े ने कहा, “ हम चुनाव आयोग को एआरओ रिपोर्ट भेजने वाले हैं.”

48 साल की प्रज्ञा ठाकुर अभी जमानत पर बाहर हैं. 2008 में हुए मालेगांव बम धमाके मामले में स्पेशल कोर्ट ने प्रज्ञा के ऊपर से मकोका हटा दिया है. हालांकि, प्रज्ञा पर अभी इस मामले में प्रतिबंधित गतिवधियों के रोकथाम एक्ट के तहत सुनवाई चल रही है.


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