झारखंड: जादू-टोना के शक में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या
झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनाओं का सिलसिला रुक नहीं रहा है. अब गुमला जिले में जादू-टोना करने के आरोप में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. चारों मृतकों की उम्र 60 साल के ऊपर है. मृतकों में दो महिलाएं भी हैं. यह घटना राजधानी रांची से महज 120 किलोमीटर की दूरी पर नगर सिसकारी गांव के पास रविवार 21 जुलाई को घटी.
मरने वालों की पहचान चापा ओरांव (65 वर्ष) और उनकी पत्नी फिरी देवी (62 वर्ष), सुना ओरांव (65 वर्ष) और फगनी देवी (60 वर्ष) के रूप में की गई है.
पुलिस ने सोमवार देर रात तक हत्या के आरोप में कोई गिरफ्तारी नहीं की थी. गुमला के एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा, “पहली नजर में यह मामला जादू-टोना का लग रहा है.” उन्होंने कहा, “गांव वालों ने दावा किया है कि मृतक झाड़-फूंक किया करते थे. हमने कुछ सामान भी बरामद किया है.”
उनके अनुसार, “कुछ गांव वालों का मानना है कि मृतक उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए जादू-टोना करते थे. हम मामले की जांच कर रहे हैं.”
पुलिस की अब तक की जांच में यह पता चला है कि रात तीन बजे के आस-पास 10-12 लोगों की भीड़ मृतकों के घर के पास जमा हुई. चारों को गांव के अखाड़े तक ले जाया गया. यहां भीड़ ने उन चारों को धारदार हथियारों और डंडो से पीट-पीटकर मार डाला. माना जा रहा है कि लोगों ने सामूहिक रूप से उन्हें मार डालने का निर्णय लिया.
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने लिंचिंग की खबर पुलिस को दी. सिसई पुलिस स्टेशन के प्रभारी सुधीर प्रसाद साहू के पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी.
पुलिस के अनुसार चापा और फिरी बाजार में सब्जी बेचकर जीवनयापन करते थे. इनके तीन बेटे हैं, जो मजदूरी करते हैं. बाकि दो मृतकों में से एक सुना अपने गांव में अपने बेटे और बेटी के साथ रहते थे. फगनी के बेटे झारखंड से बाहर काम करते हैं, वो गांव में अकेली रहती थीं.