बोइंग प्रतिबन्ध से मिली इंडिगो को संजीवनी?
इथियोपियन एयरलाइंस के विमान के दुर्घटना ग्रस्त होने को बाद भारत समेत दुनिया के कई देशों ने बोइंग 737 मैक्स 8 विमान पर प्रतिबंध लगा दिया है. जहां इस स्थिति से स्पाइस जेट लिमिटेड का बाजार दरक रहा है तो वहीं इंडिगो को चलाने वाली इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड को संजीवनी मिल गई है.
हालांकि वर्तमान में भारत में मैक्स 8 विमानों की संख्या ज्यादा नहीं है. स्पाइस जेट लिमिटेड और जेट एयरवेज के पास 737 मैक्स विमान हैं. इसमें स्पाइस जेट के पास ऐसे 12 मैक्स विमान हैं जो परिचालन में हैं.वहीं जेट एयरवेज के पास इस मॉडल के पांच विमान हैं.
मौजूदा वक्त में जेट एयरवेज लिमिटेड और इंडिगो को चलाने वाली इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड वित्तीय परेशानियों और पायलट की कमी के संकट से जूझ रही हैं.
जानकारों का मानना है कि इंडिगो के आकार को देखते हुए वह इन हालातों से सबसे अधिक लाभ उठाने को तैयार है. इस एयरलाइन की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 40 फीसदी है. इसके अलावा एयरलाइन के पास बोइंग 737 मैक्स 8 मॉडल के विमान भी नहीं है. बुधवार को एयरलाइन का शेयर 2 फीसदी बढ़ा है.
वैसे विमानों की उड़ानों पर प्रतिबंध से आपूर्ति पर प्रभाव पड़ता है. साथ-साथ विमान के किराए में भी वृद्धि होती है. इंडिगो और जेट एयरवेज की पहले से ही 100 से अधिक दैनिक उड़ाने रद्द चल रही हैं. इस प्रतिबंध से करीब 70-80 और विमान रद्द हो जाएंगे.
इस समय घरेलू बाजार में प्रतिदिन 3,200 विमान उड़ान भरते हैं. इस प्रतिबन्ध से इस मौजूदा क्षमता में 5 फीसदी की गिरावट आ जाएगी. आगे चलकर इसी से विमानों के किराए में वृद्धि भी होगी.
हालांकि इस स्थिति से सबसे कठिन चुनौती स्पाइस जेट के लिए खड़ी हुई है. उसको अपने कारोबार में इस प्रतिबन्ध की वजह से काफी लम्बे समय तक नुकसान उठाना पड़ेगा. हालांकि विमानों के मूल उपकरण विनिर्माता से उसे कुछ मुआवजा मिलने की उम्मीद है.
स्पाइसजेट को मैक्स 8 विमानों की सबसे अधिक आपूर्ति होने वाली है. इस सप्ताह में अब तक उसके शेयरों में 7.6 फीसदी की गिरावट आई है.