मीटू मुहिम: वेनस्टेन को यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी ठहराया गया
हॉलीवुड के जाने-माने फिल्मकार हार्वे वेनस्टेन को सोमवार को यौन उत्पीड़न और बलात्कार का दोषी पाया गया लेकिन फिल्म निर्माता को हिंसक यौन उत्पीड़न के आरोपों से बरी कर दिया गया.
सात पुरुषों और चार महिलाओं की जूरी ने वेनस्टेन को प्रथम डिग्री के आपराधिक यौन कृत्य और तीसरी डिग्री के बलात्कार का दोषी पाया जिसे ‘मीटू मुहिम’ की आशिंक जीत के तौर पर देखा जा रहा है.
हालांकि फिल्मकार को प्रथम डिग्री के बलात्कार और हिंसक यौन उत्पीड़न के मामलों में दोषी नहीं पाया गया. यदि ये आरोप साबित हो जाते तो उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती थी.
2017 में ऑस्कर विजेता- निर्माता वेनस्टेन के खिलाफ दर्जनों महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके बाद अन्य महिलाओं ने भी अपनी कहानी कहनी शुरू की. हॉलीवुड में वर्षों से चल रहे कास्टिंग काउच के बहुत से मामले इस दौरान दर्ज हुए.
छह महिलाओं ने केस की सुनवाई के दौरान वेनस्टेन के खिलाफ गवाही दी. हालांकि 67 वर्षीय वेनस्टेन को केवल दो मामलों में आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ा.