होलोकॉस्ट रिमेंबरेंस डे: ‘यहूदियों का नरसंहार इतिहास का सबसे काला अध्याय’
पौलैंड स्थित ऑस्टिविच यातना गृह से यहूदियों को आजाद कराने के 75 वर्ष पूरे हो जाने के अवसर पर दुनियाभर के नेताओं ने कहा कि वे इतिहास को फिर से दोहराने के मौका नहीं देंगे. ऑस्टिविच यातना गृह का निर्माण नाजी जर्मनी के सर्वोच्च नेता हिटलर ने कराया था और इसमें लाखों यहूदियों को यातनाएं देकर मार दिया गया था. हिटलर ने करीब 60 लाख यहूदियों को मार दिया था. यहूदियों के इस नरसंहार को होलोकॉस्ट के नाम से जाना जाता है.
लंदन के मेयर सादिक खान ने ऑस्टिविच यातना गृह से बचाए गए विभिन्न लोगों से बात की और कहा कि होलाकॉस्ट मानव इतिहास का सबसे काला अध्याय है. इसके साथ ही उन्होंने दुनिया भर में पैर पसारती जा रही नस्लभेदी और सांप्रदायिक राजनीति पर भी चिंता जताई.
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ सालों में हम यहूदी विरोधी भावना में बढ़ोतरी देख रहे हैं. मुख्यधारा के नेता आज जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. पूरी दुनिया में जिस तरह की नस्लवादी राजनीति का उभार हो रहा, वो चिंता का विषय है. मैं चाहता हूं कि लोग होलोकॉस्ट के बारे में जानें और समझें और भविष्य में फिर से ऐसा ना होने दें.’
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी होलोकॉस्ट को भयावह करार दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा अब दोबारा नहीं होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि जब तक वे प्रधानमंत्री हैं तब तक वे इस देश को नहीं भूलने देंगे कि 75 साल पहले क्या हुआ, हम इतिहास से सबक लेना जारी रखेंगे.
2020 में होने वाले अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल एलिजाबेथ वॉरेन ने ट्वीट करते हुए कहा कि हमें नाजी साम्राज्य के हाथों साठ लाख लोगों का नरसंहार याद है. हमें यहूदी विरोधी भावना, कट्टरता और घृणा के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखनी है और हर चीज का प्रयोग करके इसे हराना है.