वेस्ट इंडीज दौरा: नंबर 4 पर बल्लेबाजी को लेकर असमंजस
टी20 सीरीज़ में वेस्ट इंडीज़ का 3-0 से सफ़ाया करने के बाद भारतीय टीम आज़ से शुरू होने वाली वन-डे सीरीज़ में भी अपना यही प्रदर्शन जारी रखना चाहेगी, लेकिन विराट एण्ड कंपनी के लिए ये राह इतनी आसान नहीं होने वाली. कई समस्याएं ऐसी है जिनसे निज़ात पाने के बाद ही भारतीय टीम की जीत की राह आसान हो पाएगी.
इन्हीं समस्याओं में से एक समस्या है चार नंबर के बल्लेबाज की. टीम प्रबंधन अब तक ये तय नहीं कर पाया है कि चार नंबर पर कौन उतरेगा.
एक वक्त था जब युवराज सिंह के रहते हुए नम्बर 4 के लिए भारतीय टीम को इतना सोचना नहीं पड़ता था. लेकिन युवराज के जाते ही नम्बर 4 टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ा सरदर्द बन गया जो कि अभी तक जारी है. यही समस्या टीम मैनेजमेंट के लिए पूरे विश्व कप के दौरान बनी रही थी.
अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारतीय टीम वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ़ होने वाले पहले वनडे में नम्बर 4 पर किसको मौका देती है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले मनीष पाण्डे और श्रेयस अय्यर को अपने प्रदर्शन का इनाम मिला है.
लेकिन अब देखना ये है कि इन दोनों में से नम्बर 4 के लिए प्लेइंग इलेवन में कौन जगह बनाता है. ये भी देखना दिलचस्प होगा कि क्या मैनेजमेंट इन दोनों को बिठाकर केएल राहुल पर दांव खेलता है.
नम्बर 4 के बाद बारी आती है निचले मध्यक्रम की जिसमें हार्दिक पाण्डया और एमएस धोनी की गैर मौजूदगी में सबकी निगाहें इस पर होंगी कि रविन्द्र जड़ेजा और केदार जाधव में से नम्बर 6 और 7 पर कौन उतरता है. क्योंकि स्लॉग ओवर्स में रन बनाने का जिम्मा अक्सर इसी क्रम के बल्लेबाजों पर होता है इसलिए टीम मैनेज़मेंट का फैसला इस लिहाज़ से भी काफ़ी महत्वपूर्ण होगा.
बल्लेबाजी के बाद बात आती है गेंदबाजी की जिसमें दो नए चेहरों खलील अहमद और नवदीप सैनी पर सबकी निगाहें होंगी और देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों में प्लेइंग इलेवन में कौन जगह बना पाता है.
कुलदीप, चहल, जडेजा और केदार जाधव, इन चारों में से टीम मैनेजमेंट एक ऑलराउण्डर और एक स्पिनर के तौर दो पर ही दांव खेलना चाहेगा. क्योंकि ये तो तय है कि गयाना कि लो-स्कोरिंग पिच पर भारत तीन तेज गेंदबाजों के साथ ही उतरना चाहेगा. इनमें सीनियर गेंदबाज मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार का खेलना निश्चित है.