ओमान टैंकर विस्फोट: ईरान ने अमेरिका के आरोपों को किया खारिज
ईरान ने शुक्रवार को अमेरिका के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हुए हमलों के पीछे तेहरान का हाथ नहीं है. ईरान ने अमेरिका के आरोपों को ‘निराधार’ बताया है.
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मोस्वी ने इस बात पर जोर दिया कि तेहरान संकटग्रस्त नौकाओं की ‘मदद’ करने और चालक दल के सदस्यों को ‘बचाने’ के लिए वहां पहुंचा था.
गौरतलब है कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में कहा था, ‘‘अमेरिका सरकार का मानना है कि ओमान की खाड़ी में हुए हमलों के लिए ईरान जिम्मेदार है.’’
उनका यह दावा खुफिया एंजेंसियों से मिल रही जानकारी पर आधारित है. उन्होंने बताया कि दावा इस्तेमाल किए गए हथियारों, अभियान को अंजाम देने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के स्तर, पोतों पर ईरान के इसी प्रकार के हालिया हमलों और इस तथ्य पर आधारित है कि इलाके में मौजूद किसी दूसरे समूह के पास इस स्तर का हमला करने के लिए संसाधन और दक्षता नहीं है. अमेरिका ने अपने दावों के समर्थन में एक विडियो भी जारी किया है.
पोम्पिओ ने कहा था कि ईरान को कूटनीति का जवाब आतंकवाद, रक्तपात, बल प्रयोग से नहीं, बल्कि कूटनीति से देना चाहिए.
दरअसल, ओमान की खाड़ी के इस क्षेत्र में आजकल तनाव बना हुआ है. ये तनाव अमेरिका और ईरान के बीच चल रही तनातनी के बाद काफी चरम पर पहुंच गया है.
ईरान की ओर से उत्पन्न कथित खतरे का मुकाबला करने के लिए फारस की खाड़ी में अमेरिका एक विमानवाहक पोत और बी-2 बमवर्षक विमानों की तैनाती कर रहा है.
इस हमले से करीब एक महीने पहले ही सऊदी अरब ने उसके टैंकरों पर हमला होने की बात कही थी, और इसका आरोप ईरान पर लगाया गया था. तब सऊदी ने कहा था कि खाड़ी में रहस्यमय हमले में उसके दो तेल टैंकरों को काफी नुकसान पहुंचा था.