जामिया गोलीबारी बीजेपी नेताओं और मंत्रियों के ‘भड़काऊ भाषणों’ का नतीजा: CPM
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने जामिया मिलिया इस्लामिया गोलीबारी की घटना को दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी नेताओं और मंत्रियों के ”नफरत फैलाने वाले भाषणों” का नतीजा बताया है.
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ”बीजेपी नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा हिंसा का आह्वान और नफरते भरे भाषण, इसके साथ ही प्रधानमंत्री की चुप्पी, का यह शर्मनाक परिणाम हुआ. सरकार इसी प्रकार का भारत बनाना चाहती है.”
इस बीच सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान को दिल्ली पुलिस ने उस वक्त हिरासत में ले लिया जब वे संविधान, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता और सीएए के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए मानव श्रृंखला का निर्माण करने राजघाट गए थे.
राजा ने कहा, ”जब हम संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में मानव श्रृंखला में भाग लेने के लिए राजघाट गए तो हमें हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली पुलिस ने हमें हिरासत में लिया है और हमें एक बस में बैठाया गया है. हमें नहीं मालूम कि हमें कहां ले जाया जा रहा है?”