जुलाई में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बिक्री पिछले दो दशकों के निचले स्तर पर
भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर में जारी मंदी के बीच जुलाई महीने में प्रमुख यात्री वाहनों की बिक्री दो दशकों के सबसे निचले स्थर पर पहुंच गई.
लाइव मिंट की खबर के मुताबिक जुलाई महीने में घरेलू यात्री वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की बिक्री बीते साल की तुलना में 37 फीसदी नीचे गिर गई. हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड बिक्री में गिरावट के मामले में दूसरे स्थान पर रहा. कंपनी की बिक्री में 10 फीसदी की गिरवट दर्ज की गई है. वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड की बिक्री में 16 फीसदी की गिरावट आई.
इसके अलावा जुलाई में टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन की बिक्री 24 फीसदी और होंडा मोटर कंपनी की बिक्री 49 फीसदी नीचे गई.
देश की पांच प्रमुख कंपनियां भारत में यात्री वाहन बाजार के कुल 85 फीसदी हिस्से का निर्माण करती हैं. जुलाई में कंपनियों की बिक्री बीते वित्त वर्ष में तुलना में इस साल जुलाई में 31 फीसदी नीचे चली गई.
बिक्री में गिरावट के पीछे अर्थव्यवस्था में बढ़ती अनिश्चितताएं, निवेश में कमी और गैर-बैंकिंग क्षेत्र में दबाव प्रमुख कारण रहे. निजी निवेश में बढ़ोत्तरी की जरूरतों के बीच अनियमित मानसून के कारण भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अधिक प्रभावित हुई. वहीं बीमा लागत में बढ़ोत्तरी और क्रेडिट में कमी के चलते स्थितियां और खराब हुईं.
जुलाई महीने में मारुति की कुल यात्री वाहन बिक्री 96,478 यूनिट, हुंदै की 39,010 यूनिट, महिंद्रा की 37,434 यूनिट, टोयोटा की 10,423 यूनिट और होंडा का 10,250 यूनिट रही.
जुलाई लगातार नवां महीना रहा जब यात्री वाहनों में बिक्री में गिरावट रही.
वाहनों की मांग में गिरावट का प्रभाव रहा कि जुलाई महीने में वाहन और हिस्से पुर्जे आदि बनाने वाली कंपनियों को उत्पादन अस्थायी तौर पर रोकना पड़ा. मोटर वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के मुताबिक इस बीच बिक्री में गिरावट के कारण 300 से अधिक डीलरों ने संचालन बंद कर दिया.
वहीं दूसरी ओर बैंक इस सेक्टर में आ रहे बदलावों पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में मांग में मंदी को देखते हुए बैंकों ने फाइनेंसिंग को सीमित किया है, जिसकी वजह से डीलरों को नए स्टॉक खरीदने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
वाहनों की थोक बिक्री में गिरावट को देखते हुए उत्पादन में भी कटौती की जा रही है. निर्माता बिना बिके हुए स्टॉक को देखते हुए उत्पादन कर रहे हैं.
एमएंडएम में स्वचालित विभाग में सेल्स एंड मार्केटिंग के प्रमुख विजय राम नाकरा ने कहा कि उम्मीदें हैं कि त्योहारों के मौसम में ग्राहकों की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
वहीं व्यावसायिक वाहनों के बिक्री के संबंध में शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चला है कि व्यावसायिक वाहन उद्योग में भी बिक्री इस साल जुलाई महीने में बीते साल की तुलना में 10 फीसदी नीचे गई है. चैन्नई स्थित अशोक लेलैंड कंपनी की जुलाई महीने में बिक्री 29 फीसदी नीचे गई है. इस संबंध में ज्यादा जानकारी आना अभी बाकी है.