जून तिमाही में कंपनियों की कमाई में कमी, सुधार होने के संकेत नहीं
कमजोर मांग, निजी सेक्टर में मंद पूंजी खपत, तरलता की समस्या और आम चुनाव के बाद सरकार की तरफ से खर्च में सुस्ती, इन सब पहलुओं ने जून तिमाही में भारतीय कॉरपोरेट कंपनियों की कमाई पर नकारात्मक प्रभाव डाला है.
मिंट द्वारा 1,284 लिस्टेड कंपनियों के विश्लेषण से पता चलता है कि जून तिमाही में इनका कुल मुनाफा 5.33 प्रतिशत गिरा है.
जून तिमाही में कंपनियों की कमाई पिछली तिमाही के मुकाबले सुधरी है, लेकिन विश्लेषण में पाया गया है कि आने वाले दिनों में इसमें अधिक सुधार होने की गुंजाइश नहीं है. पिछली तिमाही में कंपनियों का कुल मुनाफा 8.46 प्रतिशत गिरा था. वहीं पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में इन्हीं कंपनियों ने 21.1 प्रतिशत की दर से मुनाफा कमाया था.
जून तिमाही में कुल बिक्री केवल 4.6 प्रतिशत की गति से ही बढ़ी. यह पिछली आठ तिमाहियों में सबसे कम रही. वहीं जून से पहली वाली तिमाही में कुल बिक्री में 14.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
इसी तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 19.42 फीसदी तक गिर गया. पिछले साल इसी तिमाही में यह 19.56 प्रतिशत था.
जून तिमाही में जैसे ही कच्चे तेल और दूसरी वस्तुओं के दाम गिरे, कंपनियों को कम गुणवत्ता वाले कच्चे मालों की कीमत से फायदा हुआ. हालांकि, यह फायदा इतना नहीं हुआ कि कंपनियों को मझदार से निकाल सके.
1,284 कंपनियों में 800 विनिर्माण कंपनियों की कुल बिक्री पिछली 14 तिमाहियों में सबसे कम रही. इन 800 विनिर्माण कंपनियों की कुल कमाई में जून तिमाही में वृद्धि 2.65 प्रतिशत रही. जबकि मार्च तिमाही में यह 16.2 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में यह 27.9 प्रतिशत थी.