रालोसपा के मार्च पर लाठीचार्ज, पार्टी प्रमुख कुशवाहा जख्मी


Three MLAs of RLSP join JDU

  PTI

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के आक्रोश मार्च पर पुलिस लाठीचार्ज में पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ता और नेता जख्मी हो गए. पटना में इस मार्च का आयोजन शिक्षा में सुधार सहित 25 मांगों को लेकर किया गया था.

आक्रोश मार्च जेपी गोलम्बर से प्रतिबंधित क्षेत्र राज भवन की ओर जाने से लगा, तब डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने उसे रोका. लेकिन रालोसपा कार्यकर्ता नहीं माने. उन्हें आगे बढने से रोकने के लिए पुलिस की ओर से पानी की बौछार की गई . कार्यकर्ताओं के नहीं रुकने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया.

कुशवाहा ने कहा कि हमने पुलिस को पहले ही अपने मार्च की जानकारी दी थी. यदि हमें एक निश्चित बिंदु से आगे नहीं जाना था, तो हमें पहले ही सूचित कर दिया जाना चाहिए था. लेकिन प्रशासन ने ऐसा नहीं किया.

उन्होंने कहा कि हमारे मार्च के डाक बंगला चौराहे पर पहुंचते ही उसे रुकने का अचानक आदेश दिया गया .

कुशवाहा ने राज्य सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए उनके आंदोलन को बलपूर्वक कुचल देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सरकार के इशारे पर काम किया है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा दिसंबर 2018 में राजग छोड़कर ‘महागठबंधन’ में शामिल हो गए थे.

उपेंद्र कुशवाहा ने थामा महागठबंधन का हाथ

उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पीएमसीएच ले जाया गया है.

अस्पताल सूत्रों ने बताया कि उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है और आराम की सलाह दी गई है.

इस बीच जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने तंज कसते हुए कहा,  “केंद्र में शिक्षा राज्य मंत्री रहते हुए कुशवाहा ने शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए क्या किया? उनकी पार्टी को शैक्षिक सुधारों की मांग करने के लिए लाठियां क्यों चलानी पड़ती हैं?”

खबर है कि रालोसपा कार्यकर्ता लाठी लेकर मार्च में शामिल हुए थे.


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