सरकारी बैंक आईडीबीआई का अधिग्रहण करेगी एलआईसी
सरकारी बैंक आईडीबीआई को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) अधिग्रहित करने जा रही है. बीते शुक्रवार को बैंक की तरफ से इस बात का ऐलान किया गया कि उसने 14 हजार 5 सौ करोड़ मूल्य के शेयर एलआईसी को सौंप दिए हैं.
आईडीबीआई बैंक के शेयर धारकों ने एलआईसी को हिस्सेदारी बेचने के फैसले पर अक्तूबर में ही मुहर लगा दी थी.
दरअसल एलआईसी बैंकिंग सेक्टर में प्रवेश करना चाहती हैं. ये अधिग्रहण उसी प्रक्रिया का हिस्सा है. मौजूदा नियमों के मुताबिक 51 फीसदी शेयरों की हिस्सेदारी के साथ ही बैंक के मालिकाना हक एलआईसी के पास आ जाएंगे.
सितंबर के अंत में पिछली तिमाही खत्म होने के समय एलआईसी के पास आईडीबीआई में 7.98 फीसदी शेयर थे.
इससे पहले इस अधिग्रहण का व्यापक विरोध हुआ था. बैंक के अधिकारी समूह ने इसके खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी थी. ‘ऑल इंडिया आईडीबीआई ऑफिसर एसोसिएशन’ ने कोर्ट में कहा था कि इस अधिग्रहण के बाद बैंक का सार्वजनिक बैंक होने का तमगा छिन जायेगा.
हालांकि कोर्ट ने ये याचिका खारिज कर दी थी. कोर्ट की तरफ से कहा गया था कि अगर उन्हें नियमों को लेकर कोई शिकायत है तो वे इसके लिए बीमा नियामक प्राधिकरण के पास जा सकते हैं.
बैंक अधिकारियों ने कोर्ट के सामने अपने स्टाफ के रोजगार को लेकर भी चिंता जाहिर की थी.
उधर विपक्षी दल ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है. कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि ये पिछले दरवाजे से बैंकों का निजीकरण करने का प्रयास है. इससे बैंक कर्मियों के रोजगार पर खतरा पैदा हो जायेगा.