किसी भी मंच पर, किसी भी समय CAA पर बहस करने के लिए तैयार: मायावती


mayawati accepts amit shah's challenge to debate caa

 

गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्षी दलों के नेताओं की दी गई बहस की चुनौती के एक दिन बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी को यह चुनौती स्वीकार है और वे किसी भी मंच पर, किसी भी समय बहस करने के लिए तैयार हैं.

इससे पहले 21 जनवरी को लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून से एक कदम भी पीछे नहीं हटेगी. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और मायावती को सार्वजनिक तौर पर नागरिकता संशोधन कानून के ऊपर बहस करने की चुनौती दी थी.

वहीं राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ट्वीट करके सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध कर रहे लोगों को अनदेखा ना करने के लिए कहा है.

प्रशांत किशोर ने अमित शाह को क्रमवार तरीके से सीएए और एनआरसी लागू करने की चुनौती भी दी.

इससे पहले ओवैशी ने भी अमित शाह से नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर पर बहस करने की बात कही.


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