सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं: नरेंद्र मोदी
दिल्ली के रामलीला मैदान में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद बैठक हुई है. यह बैठक ऐसे समय में हुई जब बीजेपी को हाल ही में हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में हार का सामना करना पड़ा है. कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और विपक्ष राफेल, किसान, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को लगातार घेर रहा है.
राष्ट्रीय परिषद बैठक में पार्टी ने सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण बिल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद भी दिया है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरूण जेटली, सुषमा स्वराज सहित शिवराज सिंह चौहान मौजूद थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 चुनाव की लड़ाई सल्तनत और संविधान में आस्था रखने वालों के बीच है. जनता को यह तय करना है कि उन्हें सेवाभाव, ईमानदारी एवं समर्पण भाव से काम करने वाला ‘प्रधानसेवक’ चाहिए या राजशाही में विश्वास करने वाला.
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा देश में ‘मजबूर सरकार’ बनाने के प्रयास हो रहा है, वे नहीं चाहते कि देश में मजबूत सरकार बने और इनकी दुकान फिर बंद हो जाए.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। हम इस बात पर गर्व कर सकते हैं.
अधिवेशन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि 1950 से जो विचारधारा लेकर चले थे, उसी दिशा में बढ़ रहे हैं. शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि भाजपा संविधान के तहत राम मंदिर के निर्माण के लिए कटिबद्ध है. उन्होनें कहा, ‘‘ 2019 का चुनाव वैचारिक युद्ध का चुनाव है. दो विचारधाराएं आमने सामने खड़ी हैं. 2019 का युद्ध सदियों तक असर छोड़ने वाला है और इसलिए मैं मानता हूं कि इसे जीतना बहुत महत्वपूर्ण है.’’
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ समय से जो स्वयं जमानत पर हैं, जिन पर इनकम टैक्स का 600 करोड़ रुपए बकाया हो, ऐसे लोग मोदी जी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. जनता की सूझबूझ बहुत ज्यादा है. मोदी जी का प्रामाणिक जीवन और निष्कलंक चरित्र जनता के सामने है.
इस बैठक में पास हुए राजनीतिक प्रस्ताव में विपक्ष के गठबंधन को अवसरवादी करार दिया गया है. इस बात पर भी जोर दिया गया कि देश की धरती पर किसी भी प्रकार के आतंकवाद को सहन नहीं किया जाएगा.
प्रस्ताव पर वित्त मंत्री अरूण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम में भाजपा के वरिष्ठ नेता हेमंत बिस्व सरमा, उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पश्चिम बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल राय ने पार्टी कार्यकर्ताओं से संकल्प के साथ ‘‘अबकी बार, फिर मोदी सरकार’ को साकार करने की दिशा में काम करने पर जोर दिया.
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जिससे हमारे कार्यकर्ता को अपना सर झुकाना पड़ें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने राफेल डील में देश के हजारों करोड़ रूपये बचाए हैं.
नीतिन गडकरी ने राफेल पर कांग्रेस के आरोप को मनगढ़ंत कहानी बताते हुए कहा कि इसे फ्रांस सरकार ने नकारा और सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट दी है.
सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस ने राफेल विमान खरीद को 10 वर्षो तक लटकाए रखा क्योंकि उन्हें जो फायदा चाहिए था, वह उन्हें नहीं मिल रहा था. वे (कांग्रेस) उड़ान भरने की स्थिति वाले 18 विमान लाने वाले थे, जबकि हमारी सरकार दो स्क्वाड्रन यानि 36 विमान खरीद रही है. पहला विमान इस साल सितंबर में मिल जाएगा.
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की इस बैठक में राजनीतिक, आर्थिक और कृषि प्रस्ताव पारित किया गया है.